Solar System for Atta Chakki (10hp Motor)
Kushinagar : Utter Pradesh
वीरेंद्र सिंह जी कुशीनगर के रहने वाले एक आटा चक्की व्यापारी है, जो अपने आटा चक्की को सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) से चलाते हैं। हम इस ब्लॉग में वीरेंद्र जी के आटा चक्की शुरू करने से लेकर सोलर चुनने और उनके सोलर के अनुभव को आपके साथ साझा करेंगे।
कुशीनगर भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है, जो कि गोरखपुर से सटा हुआ है। यह शहर गोरखपुर से 53 किलोमीटर पूर्व में है । यहाँ मुख्य रूप से गन्ने की खेती होती है |
आटा चक्की व्यापार का सफर :
वीरेंद्र जी के व्यापार का सफर शुरू करने से पहले इनके ऊपर कुछ पंक्तियां है जो इनसे बिल्कुल जुड़ी है, की “जीवन में मौके तो सभी को मिलते हैं लेकिन सफलता केवल कड़ी मेहनत वालों को ही प्राप्त होता है।” बिल्कुल इस पंक्ति के अनुसार वीरेंद्र जी ने अपने जीवन में सफलता पाने के लिए काफी संघर्ष किया। और सोलर से यह अपने द्वारा की गई मेहनत से रंग ला रहे है।
वीरेंद्र जी का आटा चक्की का व्यापार पुश्तैनी है जिसे इनके दादा जी उसके बाद पिताजी और इनके भाई चलाते आ रहे हैं। इनके यहाँ 16 इंच की एक आटा चक्की,एक हालर और 6 बोल्ट की एक एक्सपेलर है। डीजल से चलाने के लिए इनके पास 22HP का इंजन लगा है। बिजली से चलाने के लिए इनके पास 10HP का मोटर लगा है।
वीरेंद्र जी तीन भाई होने की वजह से आटा चक्की व्यापार की जगह शटरिंग का काम करते थे। एक समय इनके इस व्यापार से काफी मुनाफा होता था, किंतु बाद में इससे काफी नुकसान होने लगा ।
जिससे इन्होंने कोई और व्यापार करने का विचार किया।
इनके भाइयों को आटा चक्की का व्यापार नहीं जम रहा था। जिसकी वजह उन लोगों ने इस व्यापार को बंद करने का विचार किया। किंतु पुश्तैनी व्यापार होने की वजह से वीरेंद्र जी ने आटा चक्की का व्यापार के कार्य की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेली।
इनका व्यापार 50 सालों से चलता आ रहा है। पहले इनका व्यापार डीजल से चलता था। और लगभग 1993 में इन्होंने अपने आटा चक्की व्यापार को बिजली से जोड़ लिया।
डीजल से होने वाली समस्याएँ :
डीजल से चक्की चलाने में इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था । इनका कहना है की डीजल लाने के लिए इन्हें अपने बाइक से जाकर पेट्रोल जलाना पड़ता था, जिससे कि इन्हें डबल नुकसान होता था। साथ ही 5 से 6 हजार का डीजल लाने के लिए उधार लेना पड़ता, और मुनाफा ना होने की वजह से वह समय पर उधार भी नहीं चुका पाते थे।
डीजल से चक्की चलाने पर हर 6 महीने पर उसकी सर्विसिंग करनी पड़ती थी जिससे उसमें भी पूंजी लग जाती थी। डीजल से चक्की चलाने पर समय से काम भी नहीं हो पाता था और कस्टमर को अगले दिन का समय देना पड़ता था।
डीजल से होने वाले शोर से इन्हे काफी टेंशन होता था, जिससे बात-बात पर चिड़चिड़ापन रहता था ।
इंजन से निकलने वाले धुएं से सेहत पर काफी असर पड़ता था जिससे इन्हें चिंता होती थी कि इस तरह काम करने से इनकी उम्र काफी कम होते जा रही।
बिजली आटा चक्की व्यापार से परेशानियाँ :
बिजली से चक्की चलाने भी कुछ खास अंतर नहीं आया इससे भी इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली की कटौती की समस्याओं का सामना करने के साथ-साथ रात में भी जागकर इन्हें पिसाई करनी पड़ती थी । इनका कहना है कि रात में जागकर आंखों पर पानी मार कर काम के लिए जागना पड़ता था जो कि काफी मुश्किल रहता था।
बिजली से भी इन्हें चक्की चलाने में शोर का सामना करना पड़ा।बिजली और डीजल दोनों की समस्याओं से यह तंग आ चुके थे क्योंकि एक रोज गेहूं पीसने के दौरान लगभग 7 से 8 बार बिजली के कटौती हुई जिससे इनका काफी नुकसान हुआ और इन्होंने बिजली का कनेक्शन कटवाने का ठान लिया ।
किंतु बिजली विभाग द्वारा इन्हें समझाने पर इन्होंने पांच छह महीने तक कनेक्शन रखा, उसके बाद भी समस्याएं वैसी की वैसी ही रही जिसके बाद इन्होंने कनेक्शन कटवा दिया।
सोलर का सफर : (10hp Solar System for Atta Chakki)
अपने आटा चक्की व्यापार को चलाने के लिए यह एक रोज यह दूसरा उपाय ढूंढने लगे। फेसबुक और यूट्यूब द्वारा इन्हें सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) के बारे में जानकारी मिली। जहाँ इन्होंने कई कंपनियों से संपर्क किया किंतु किसी भी कंपनी द्वारा इन्हें अपने सिस्टम के लिए जानकारी से संतुष्टि नहीं मिल पा रही थी, ना ही कंपनी द्वारा बेहतर जानकारी प्रदान की जा रही थी।
आन्या ग्रीन एनर्जी से जुड़ने का सफर :
अपने चक्की व्यापार के लिए लगातार सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) के बारे में जानकारी लेने के लिए यह हमेशा बेहतर कंपनी ढूंढते रहते थे। जहाँ इन्हें एक रोज फेसबुक पर आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा सोलर आटा चक्की की विज्ञापन दिखा। जिसे देखने के बाद इन्होंने आन्या ग्रीन एनर्जी के नंबर पर संपर्क कर बात की।
जहाँ इनकी बात आन्या ग्रीन एनर्जी की सोलर काउंसलर से होती है। आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा इनके सिस्टम (10hp Solar System for Atta Chakki) की संपूर्ण जानकारी और आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा लगे सोलर सिस्टम की जानकारी लेने के बाद यह पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाते हैं। लगभग 1 महीने के बात-चीत के दौरान आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर काउंसलर द्वारा इन्हें, इनके आसपास के लगे सोलर सिस्टम से चल रहे आटा चक्की व्यापार को जाकर देखने का सुझाव मिला।
वीरेंद्र जी, ने आन्या ग्रीन एनर्जी के लगे सिस्टम को देखने के बाद और आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा दी गई जानकारी से इन्हें पूर्ण रूप से भरोसा हो गया । जिसके बाद इन्होंने बिना आन्या ग्रीन एनर्जी के ऑफिस आए सिस्टम (10hp Solar System for Atta Chakki) की बुकिंग कंफर्म करके पेमेंट कर दिया।
इंस्टालेशन का सफर :
जिसके बाद आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर इनके यहाँ जाकर इनके जगह और दिशा का आकलन कर एसएलडी तैयार करके (10hp Solar System for Atta Chakki) इंस्टॉलेशन किया।
इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का मोनो पर्क हाफकट 540W के 32 पैनल लगे हैं, जो कि कम धूप में भी अच्छी बिजली उत्पन्न करते है। यह देखने में काले रंग का होता है। आन्या ग्रीन एनर्जी का मोनो पर्क हाॅफकट 540W के पैनल में 10 बस बार होते हैं, जिससे इसकी बिजली बनाने की क्षमता बढ़ जाती है।
इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का 20 एचपी की डबल डोर ड्राइव लगी है। जो कि ड्राइव को डबल सुरक्षा प्रदान करती है। इन्होंने अपने ड्राइव को बढ़वाकर लगाया है, जिससे कि आने वाले समय में यह अपने पैनल को बढ़ाकर अपने व्यापार को और विस्तृत कर पाएंगे। और इन्हें अलग से ड्राइव लगाने की आवश्यकता नहीं होगी।आन्या ग्रीन एनर्जी का डबल डोर ड्राइव विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप बनी है जिससे कि चले बिना किसी रूकावट के और मिले लंबी लाइफ।
आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा पैनल को माउंट करने के लिए जी आई स्ट्रक्चर (GALVANISED IRON) का प्रयोग किया जाता है जिससे कि स्ट्रक्चर में जंक नहीं लगती है और स्ट्रक्चर की मजबूती के साथ पैनल भी सालों साल चलती है।
इसके साथ आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए, अर्थिंग और लाइटनिंग अरेस्टर का प्रयोग किया जाता है, जिससे कि आकाशीय बिजली से पैनल को बचाकर लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग वायर द्वारा अर्थ (जमीन) में बिजली को भेज देती है ।
सोलर आटा चक्की का अनुभव :
वीरेंद्र जी, आन्या ग्रीन एनर्जी से सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) लगवाकर काफी संतुष्ट है और समय-समय पर अपने अनुभव को शेयर करते रहते हैं।
इनका कहना है कि सोलर इन्हें तभी मिल जाती जब से यह अपना आटा चक्की का व्यापार चलाना शुरू किए थे ।
इन्हें सोलर लगवाए हुए लगभग 7 महीने हो गए हैं और इन 7 महीनों में इन्होंने अपना व्यापार दुगनी तरक्की के साथ बढ़ाया है। और साथ ही अन्य आटा चक्की व्यापारियों को सोलर लगवाने के लिए सुझाव देते हैं जिससे की सबका भला हो।
अब जब कभी भी इन्हें डीजल से चक्की चलाने की आवश्यकता पड़ती है तो इन्हें लगता है कि इनके शरीर से खून जल रहा है। इन्हें काफी पछतावा होता है कि इन्होने काफी पैसे धुए में उड़ा दिया।
इन्हें अपने बच्चों की शिक्षा के लिए आईसीएसई बोर्ड में एडमिशन करवाना था। जैसे तैसे इन्होंने एडमिशन तो करा लिया था किंतु बचत ना होने और स्कूल फीस में बढ़ोतरी से यह हमेशा परेशान रहते थे। इन्हे लगता था कि इनके आगे की शिक्षा यह कैसे दे पाएंगे।अब सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) लगवाने के बाद यह टेंशन मुक्त हो गए हैं।
अब दिन में ही चक्की का कार्य करने के बाद यह शाम में गेहूं का व्यापार करते हैं और चैन की नींद ले पाते हैं। अपने परिवार को भी समय दे पाते है।
कस्टमर का उसी दिन काम पूरा हो जाने से इनके सारे कस्टमर इनसे खुश रहते है। इन्होंने इसके साथ हैवेल्स एजेंसी की डीलरशिप भी ले ली है और साथ में मछली पालन भी करते है।
सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) लगने के बाद यह अपना सारा व्यापार टेंशन मुक्त होकर कर पाते हैं ।
और सोलर से प्रदूषण मुक्त समाज में आम भूमिका निभा कर यह खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
आने वाले समय में यह पैनल बढ़वाकर अपने व्यापार को और भी ज्यादा विस्तृत करेंगे।
यह सभी जानकारियाँ सोलर आटा चक्की व्यापारी वीरेंद्र सिंह जी के द्वारा आन्या ग्रीन एनर्जी को मार्च 2023 में प्रदान की गई है, जिसके अनुसार वीरेंद्र जी का सोलर आटा चक्की (10hp Solar System for Atta Chakki) का अनुभव अगस्त 2022 से मार्च 2023 (लगभग सात महीने) तक का बेहद शानदार रहा है। आन्या ग्रीन एनर्जी उम्मीद करती है कि आने वाले सालो में भी इनका सिस्टम और अनुभव शानदार ही रहेगा।
हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही अगर आप एक आटा चक्की व्यापारी है और सोलर से अपने आटा चक्की व्यापार को चलाना चाहते है तो निचे दिए गए नंबर पर संपर्क करें।