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Solar Panel for Home

सोलर पैनल्स घर के लिए: लागत और लाभ(SOLAR PANELS FOR HOME COST) आज के समय में जब बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है, घरों में सोलर पैनल्स का उपयोग एक प्रभावी और स्थायी समाधान बनता जा रहा है। सोलर पैनल्स न केवल बिजली की लागत को कम करते हैं बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होते हैं। इस ब्लॉग में हम घर के लिए सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost), विभिन्न प्रकार के सोलर सिस्टम, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, और सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी पर चर्चा करेंगे। सोलर पैनल्स घर के लिए: लागत (solar panels for home cost) सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost) विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि पैनल्स की गुणवत्ता, इंस्टॉलेशन की जटिलता, और सिस्टम का प्रकार। आमतौर पर, घर के लिए सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost) 60,000 से 1,50,000 रुपये प्रति किलोवाट तक हो सकती है। इसमें पैनल्स, इनवर्टर, बैटरी (यदि आवश्यक हो), और इंस्टॉलेशन का खर्च शामिल होता है। ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम सीधे बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है। इस सिस्टम में, आपके घर के सोलर पैनल्स दिन में बिजली उत्पन्न करते हैं और यह बिजली आपके घरेलू उपयोग के लिए ग्रिड में भेजी जाती है। जब आपके पैनल्स द्वारा उत्पन्न बिजली आपके उपयोग से अधिक होती है, तो अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजी जाती है, जिसके लिए आपको क्रेडिट मिलता है। यह प्रणाली उन क्षेत्रों के लिए आदर्श है जहां बिजली की आपूर्ति नियमित होती है और बिजली कटौती कम होती है। ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम ग्रिड से स्वतंत्र होता है और यह पूरी तरह से सोलर पैनल्स और बैटरी पर निर्भर करता है। इस प्रणाली में, सोलर पैनल्स द्वारा उत्पन्न बिजली बैटरी में स्टोर की जाती है, जो रात के समय या जब सोलर पैनल्स बिजली उत्पन्न नहीं कर रहे होते हैं, तब उपयोग की जाती है। यह प्रणाली उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं होती है या बिजली कटौती अधिक होती है। हाइब्रिड सोलर सिस्टम हाइब्रिड सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों प्रणालियों के गुणों को मिलाता है। इस प्रणाली में, सोलर पैनल्स द्वारा उत्पन्न बिजली ग्रिड में भेजी जा सकती है और बैटरी में भी स्टोर की जा सकती है। यह प्रणाली उन लोगों के लिए आदर्श है जो बिजली कटौती के समय भी निरंतर बिजली आपूर्ति चाहते हैं और साथ ही ग्रिड से जुड़े रहकर अतिरिक्त बिजली का लाभ उठाना चाहते हैं। कौन सा सोलर सिस्टम किस क्षेत्र के लिए सबसे उपयुक्त है? शहरी क्षेत्र: शहरी क्षेत्रों में, जहां बिजली की आपूर्ति नियमित होती है, ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम (solar panels for home cost) सबसे उपयुक्त होता है। इससे बिजली की बचत होती है और ग्रिड के माध्यम से अतिरिक्त बिजली का लाभ भी मिलता है। ग्रामीण क्षेत्र: ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां बिजली कटौती अधिक होती है, ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम (solar panels for home cost) बेहतर होता है। यह प्रणाली आपको बिजली कटौती के दौरान भी बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करती है। अर्ध-शहरी और अर्ध-ग्रामीण क्षेत्र: ऐसे क्षेत्रों में हाइब्रिड सोलर सिस्टम (solar panels for home cost) सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है, जहां बिजली की आपूर्ति अनिश्चित होती है। यह प्रणाली ग्रिड और बैटरी दोनों का उपयोग करती है, जिससे बिजली की निरंतरता बनी रहती है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और सब्सिडी भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने सोलर पैनल्स के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम (solar panels for home cost) लगाने पर 1,08,000 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। यह सब्सिडी केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों द्वारा मिलकर दी जाती है, जिससे सोलर पैनल्स की स्थापना की लागत (solar panels for home cost) कम हो जाती है। सोलर पैनल्स के लाभ बिजली बिल में कमी: सोलर पैनल्स से उत्पन्न बिजली आपके घरेलू उपयोग के लिए पर्याप्त हो सकती है, जिससे बिजली बिल में कमी आती है। पर्यावरण के लिए लाभकारी: सोलर पैनल्स से उत्पन्न बिजली साफ और हरित ऊर्जा है, जिससे प्रदूषण कम होता है और पर्यावरण सुरक्षित रहता है। दीर्घकालिक निवेश: सोलर पैनल्स (solar panels for home cost) की एक बार की लागत होती है, लेकिन यह दीर्घकालिक निवेश होता है जो वर्षों तक बिजली की बचत करता है। सरकारी सब्सिडी: सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost) और भी कम हो जाती है, जिससे यह और भी सस्ती हो जाती है। ऊर्जा स्वतंत्रता: सोलर पैनल्स से उत्पन्न बिजली से आप बिजली कटौती की समस्या से मुक्त हो जाते हैं और ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करते हैं। कम मेंटेनेंस: सोलर पैनल्स (solar panels for home cost) की मेंटेनेंस की आवश्यकता कम होती है, जिससे अतिरिक्त खर्चे नहीं होते। निष्कर्ष घर के लिए सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost) एक महत्वपूर्ण निवेश है, लेकिन इसके दीर्घकालिक लाभ इसे एक अच्छा विकल्प बनाते हैं। ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम प्रत्येक की अपनी विशेषताएं हैं और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार इन्हें चुना जाना चाहिए। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और सरकारी सब्सिडी से सोलर पैनल्स की लागत (solar panels for home cost) को और भी कम किया जा सकता है। सोलर पैनल्स (solar panels for home cost) न केवल बिजली की लागत को कम करते हैं बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार, यदि आप अपने घर के लिए सोलर पैनल्स (solar panels for home cost) लगाने की सोच रहे हैं, तो यह एक सही समय और सही निर्णय हो सकता है। सोलर पैनल्स घर के लिए लागत (solar panels for home cost) की बात करें तो, यह एक निवेश है जो लंबे समय तक लाभ प्रदान करेगा।   4o

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PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana

What is PM Surya ghar muft bijli Yojna ?

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) सौर पैनलों पर सब्सिडी और कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करती है, ऑन-ग्रिड सौर प्रणालियों को प्रोत्साहित करती है।

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How To Choose Best Solar Panel in India

How to choose Best Solar Panel in India With the growing focus on sustainability and renewable energy, solar power has emerged as a compelling solution for India’s energy needs. As the demand for solar panels increases, finding the best solar panel in India becomes crucial. In this comprehensive guide, we will explore the key factors to consider when choosing the best solar panel, specifically catering to the Indian market. SOLAR SYSTEM Available for Home | Industry | Hospital | Schools Get Quotation Assess Your Needs: Finding the Best Solar Panel in India for Your Requirements :- The first step in selecting the best solar panel in India is to assess your energy needs accurately. Understanding your electricity consumption, both current and future, will help you determine the ideal solar panel capacity for your specific requirements. Efficiency Matters: Best Solar Panels for Optimal Performance :- When searching for the best solar panel in India, prioritize efficiency. High efficiency solar panels ensure maximum energy generation from the available sunlight. Monocrystalline panels are known for their superior efficiency, making them one of the best choices for Indian consumers. Durability and Longevity: Investing in the Best Solar Panel Given India’s diverse climate, choosing a durable solar panel is essential. The best solar panels feature sturdy frames and weather-resistant materials, ensuring they can withstand harsh weather conditions and continue performing optimally for decades. Quality and Certifications: Trustworthy Choices for the Best Solar Panel in India To ensure you invest in the best solar panel in India, consider products from reputable manufacturers with relevant certifications. Look for certifications like IEC, BIS, and ISO, which guarantee the panel’s quality, safety, and performance standards. Service and Warranty: Assurance for the Best Solar Panel When selecting the best solar panel in India, it is crucial to choose a manufacturer that offers comprehensive warranties and has a strong service support . This ensures timely assistance and quick resolution of any potential issues during the lifespan of your solar panel system. Comparing Prices: Balancing Cost and Quality for the Best Solar Panel While searching for the best solar panel, consider overall value rather than solely focusing on the cheapest option. Higher efficiency, longer warranties, and local support justify a higher initial cost, ensuring better long-term savings and performance. Government Incentives: Capitalizing on Opportunities with the Best Solar Panel India’s government offers various incentives and subsidies to promote solar adoption. Research the available schemes in your region to reduce the upfront cost and shorten the payback period for your solar panel system. Utilizing these incentives will help you invest in the best solar panel in India more affordably. Government Incentives: Capitalizing on Opportunities with the Best Solar Panel India’s government offers various incentives and subsidies to promote solar adoption. Research the available schemes in your region to reduce the upfront cost and shorten the payback period for your solar panel system. Utilizing these incentives will help you invest in the best solar panel in India more affordably. Local Solar Panel Installers: Expertise Matters for the Best Solar Panel Selecting a reliable local solar panel installer is as crucial as choosing the right panel. Experienced installers possess the expertise to design and install the system optimally, ensuring the best possible performance for your solar panel system. Maintenance and Care: Prolonging the Life of the Best Solar Panel Regular maintenance is vital to ensure the best solar panel in India continues to perform optimally. Inquire about maintenance requirements and choose a solar panel that is easy to clean and maintain. Environmental Considerations: Contributing to Sustainability with the Best Solar Panel By choosing the best solar panel in India, you not only secure energy savings but also contribute to a sustainable future. Opt for manufacturers committed to eco-friendly practices, reducing their carbon footprint, and promoting renewable energy adoption. Conclusion : Selecting the best solar panel in India requires careful consideration of factors such as efficiency, quality, durability, and local support. Prioritize long-term benefits over short-term savings and explore available government incentives to make a well-informed decision. By investing in the best solar panel for your needs, you can harness the power of the sun while making a positive impact on the environment. Embrace solar energy today and be part of India’s sustainable energy revolution with the best solar panel in India.

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On-Grid Solar System in Varanasi

On Grid Solar System in Varanasi Anya Green Energy’s Solution for Sustainable Homes, Offices, and Industries REDUCE YOUR ELECTRICITY BILL UPTO 80%   Anya Green Energy offers top-class service for On-Grid solar systems, boasting over 50,000 happy customers across India. Their expertise ensures efficient and reliable solar energy solutions for homes and businesses. Anya Green Energy not only provides high-quality installation and maintenance but also assists customers in availing government subsidies of up to ₹1,08,000. This financial support from the central and state governments makes transitioning to solar energy more affordable. With a strong focus on customer satisfaction and sustainable energy, Anya Green Energy is a trusted choice for anyone looking to invest in On-Grid solar systems. GET SUBSIDY UPTO108000 ₹ Enquiry Form Please enable JavaScript in your browser to complete this form.नाम : *मोबाइल नंबर : *ईमेल आई डी : * महीने में आने वाले बिजली का औसत बिल (रूपये में ) : * ₹1000 – ₹3000 ₹3000-₹5000 ₹5000-₹8000 ₹ 8000 + प्रतिदिन औसतन रहने वाली बिजली ( घंटा / प्रतिदिन ) : *10-15 hour15-20 hour20-24 hourLess Then 10 hour or No connectionआप निम्न में से किस प्रकार के एरिया में रहते है : *शहरीयअर्ध शहरीयग्रामीण Submit Hot News Elementor #14151 BEST SOLAR ATTA CHAKKI IN JHARKHAND BEST SOLAR ATTA CHAKKI IN BIHAR What is PM Surya ghar muft bijli Yojna ? SOLAR ATTA CHAKKI IN AZAMGARH-UTTAR PRADESH SOLAR ATTA CHAKKI IN GADHWA-JHARKHAND Subsidy on solar system in Varanasi 10HP SOLAR ATTA CHAKKI IN JALAUN-UTTAR PRADESH 10HP SOLAR ATTA CHAKKI IN ALIGARH-UTTAR PRADESH 5HP SOLAR ATTA CHAKKI IN KAIMUR-BIHAR In the quest for a sustainable future, harnessing the power of renewable energy sources is paramount. Varanasi, the spiritual and cultural capital of India, is also embracing the green revolution. Anya Green Energy, a leading provider of solar energy solutions, offers on-grid solar systems for homes, offices, and industries in Varanasi. This blog explores the benefits of on-grid solar systems and how Anya Green Energy is revolutionizing Varanasi’s energy landscape. On-grid solar systems have gained immense popularity in recent years due to their affordability, efficiency, and environmental benefits. Unlike off-grid systems that require expensive battery storage, on-grid systems are connected to the local power grid. Any excess electricity generated by the solar panels is fed back into the grid, earning credits through a process known as net metering. This enables consumers to reduce their dependence on non-renewable sources and enjoy significant cost savings on their electricity bills. Click here for Quotation !! Anya Green Energy’s On Grid Solar Systems in Varanasi: Anya Green Energy specializes in providing on-grid solar systems for homes, offices, and industries in Varanasi. Their team of experts customizes solar solutions to meet the specific energy needs of each client. By harnessing the abundant sunlight in Varanasi, these systems can generate clean and sustainable electricity, reducing carbon emissions and mitigating the impact of climate change. Benefits for Homes with On Grid Solar Systems in Varanasi: For homeowners in Varanasi, installing an on-grid solar system from Anya Green Energy offers numerous benefits. Firstly, it significantly reduces monthly electricity bills by harnessing the sun’s energy. Secondly, homeowners can take advantage of government incentives and subsidies to make the installation more affordable. Thirdly, these systems require minimal maintenance and have a long lifespan, making them a reliable investment for the future. Additionally, by using solar energy, homeowners contribute to a cleaner environment and set a positive example for their communities. Click here for Quotation !! Benefits for Offices with On Grid Solar Systems in Varanasi: Offices in Varanasi can also benefit from Anya Green Energy’s on-grid solar systems. With rising energy costs, installing solar panels can substantially reduce overhead expenses. Moreover, offices can showcase their commitment to sustainable practices, attracting environmentally conscious clients and employees. On-grid solar systems also provide a reliable source of power, ensuring uninterrupted operations even during grid failures. Anya Green Energy’s team assists businesses in understanding the financial and environmental advantages of going solar, making the transition seamless and cost-effective. Benefits for Industries with On Grid Solar Systems in Varanasi: Industries in Varanasi can make a significant impact on the environment by adopting on-grid solar systems. Anya Green Energy’s solutions enable industries to reduce their reliance on fossil fuels and lower their carbon footprint. Solar power not only decreases operational costs but also improves brand image and corporate social responsibility. Industries can tap into various government schemes and incentives that promote renewable energy adoption, further enhancing the economic viability of installing on-grid solar systems. Click here for Quotation !! Anya Green Energy’s on-grid solar systems provide an effective and sustainable solution for Varanasi’s homes, offices, and industries. By leveraging the abundant sunlight, these systems generate clean electricity, reduce energy costs, and contribute to a greener future. Whether it’s lowering electricity bills, improving brand image, or meeting sustainability goals, on-grid solar systems are revolutionizing the way Varanasi consumes energy. Embrace the power of solar and join the movement towards a cleaner and more sustainable Varanasi with Anya Green Energy’s innovative solutions. Contact Us : 8448440775

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Lead acid battery vs Lithium ion battery

Best Solar Battery Lead acid vs Lithium Ion

Best Battery for solar energy : Lead Acid Battery vs Lithium Ion Battery As solar energy continues to gain popularity as a sustainable and efficient source of power, the choice of battery storage becomes increasingly important. The two most common options for solar energy storage are lead-acid and lithium-ion batteries. In this blog post, we will discuss into the characteristics, advantages and drawbacks of both battery types. By understanding the differences, you can make an informed decision on which battery is best suited for your solar energy system.   Lead-Acid Batteries :  Lead-acid batteries have been the traditional choice for energy storage in solar systems for many years. They are known for their robustness and reliability. Here are some key points to consider:  1. Cost: Lead-acid batteries are generally more affordable compared to lithium-ion batteries, making them an attractive option for budget-conscious homeowners or businesses.  2. Capacity: Lead-acid batteries are available in a wide range of capacities, allowing you to choose the right size to meet your energy storage needs. They are suitable for both small and large-scale solar systems.  3. Deep cycling capability: Lead-acid batteries perform well in deep cycling applications, meaning they can be discharged and recharged frequently without significant impact on their lifespan.  4. Maintenance: These batteries require regular maintenance, including checking and topping up electrolyte levels, ensuring proper ventilation, and monitoring for sulfation. Failure to maintain lead-acid batteries can lead to reduced performance and lifespan.  5. Environmental impact: Lead-acid batteries contain toxic materials like lead and sulfuric acid, making their disposal more challenging. Proper recycling and disposal processes are crucial to prevent environmental contamination.  Lithium ion Battery :   Lithium ion Battery have gained significant popularity in recent years, primarily due to their higher energy density and improved performance. Let’s explore the advantages and considerations associated with Lithium ion Battery.  1. Energy density:  Lithium ion Battery offer a higher energy density, meaning they can store more energy in a smaller and lighter package. This makes them ideal for applications where space is limited.  2. Efficiency: Lithium ion Battery have higher charge and discharge efficiencies compared to lead-acid batteries. This translates to a more efficient use of the stored energy and reduced energy losses.  3. Lifespan:  Lithium ion Battery generally have a longer lifespan compared to lead-acid batteries. They can endure more charge-discharge cycles without significant degradation, providing a longer service life.  4. Maintenance:  Lithium ion Battery are virtually maintenance-free. Unlike lead-acid batteries, they do not require regular electrolyte checks or other maintenance tasks.  5. Safety: Lithium-ion batteries are designed with built-in safety features to prevent overcharging, overheating, and other potential risks. However, it is essential to use high-quality lithium-ion batteries and follow proper installation guidelines to ensure safe operation.  Conclusion :  Both lead-acid and lithium-ion batteries have their unique characteristics and benefits for solar energy storage. Lead-acid batteries are a cost-effective and reliable option, especially for those on a budget. On the other hand, lithium-ion batteries offer higher energy density, improved efficiency, and longer lifespan, making them a preferred choice for many solar system owners.                       When selecting the right battery for your solar energy system, consider factors such as your budget, space limitations, maintenance capabilities, and long-term energy requirements. Consulting with a solar energy professional can provide valuable guidance to help you make an informed decision that aligns with your specific needs and goals. GET QUOTATION

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Off Grid Solar System for Atta Chakki

Off Grid Solar System for Atta Chakki / Flour Mill

आटा चक्की के लिए बेस्ट सोलर सिस्टम का अनुभव Off Grid Solar System for Atta Chakki / Flour Mill ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम (Off Grid Solar System for Atta Chakki WITH VFD ) का प्रयोग करके आज के समय बहुत से इंडस्ट्रियलिस्ट अपनी बिजनेस में होने वाले बिजली/ डीजल के खर्च को जीरो करके साल के लाखों बचा रहे हैं। ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम (Off Grid Solar System for Atta Chakki WITH VFD )की अच्छी बात यह होती है कि इसमें बैटरी का प्रयोग नहीं होता है जो इस सिस्टम को लंबे समय के लिए मेंटेनेंस रहित बना देता है। ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम(Off Grid Solar System for Atta Chakki WITH VFD) के द्वारा गुरुप्रसाद मौर्या जी चला रहे हैं अपना आटा मिल, इस कहानी में हम जानेंगे इनका पूरा अनुभव। गुरु प्रसाद मौर्या जी, जिला मिर्जापुर बरकच्छा गांव के रहने वाले एक आटा चक्की व्यापारी हैं। मिर्जापुर की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक वातावरण से लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचती है। पर्यटन की दृष्टि से मिर्जापुर उत्तर प्रदेश का काफी महत्वपूर्ण जिला माना जाता है। यह गंगा किनारे स्थित पवित्र स्थल वाराणसी से लगभग 62 किलोमीटर की दूरी पर है। गुरु प्रसाद जी आटा चक्की व्यापार करने से पहले किराने का दुकान करते थे साथ में इनके कई सारे व्यापार चलते हैं जैसे टेंट हाउस, खरी चुना का व्यापार, रस्सी-पकहा का व्यापार, और दोना पत्तल का व्यापार करते हैं। साथ ही में इनके पास थोड़ी बहुत जमीन है जिस पर फलसा और नींबू की खेती होती है। इनके गांव में आसपास कोई आटा चक्की में नहीं थी जिसकी वजह से इन्होंने आटा चक्की का भी व्यापार करने का सोचा। लगभग 10 सालों से इनका आटा चक्की का व्यापार चल रहा है जिसे यह डीजल से चलाते थे। यह अपने आटा चक्की का व्यापार दो तीन लोगों को रोजगार देकर काम करवाते हैं। इनके यहाँ 3 आटा चक्की मशीने हैं जो कि 14 इंच, 20 इंच और 24 इंच की है। तेल पेरने के लिए इनके यहाँ दो एक्सपेलर है जो कि 6 बोल्ट और एक मिनी एक्सपेलर है। डीजल इंजन चलाने के लिए इनके पास 22HP की मोटर है। रोज का इनका डीजल का खर्च लगभग 12-1500 लगता था। डीजल से चक्की चलाना इनकी मजबूरी थी क्योंकि बिजली का कनेक्शन इनके इनके यहाँ नहीं था। जब तक पावर हाउस इनके पास बना तब तक इन्होंने अपनी समस्या का समाधान सोलर से कर लिया‌। गुरु प्रसाद जी,को सोलर के बारे में‌ जानकारी थी जिसके लिए इन्होंने सरकारी विभाग में अपने चक्की के लिए सोलर लगवाने के लिए अप्लाई किया। किंतु चक्की के लिए कोई सुविधा ना होने की वजह से इन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। कुछ समय बाद आन्या ग्रीन एनर्जी की टीम इनके गांव में विजिट के लिए जाती है जहाँ इनसे टीम की मुलाकात होती है। सोलर के बारे में जानकारी लेने के बाद इनकी जिज्ञासा थी सोलर से चलते हुए सिस्टम देखना। किंतु समय की पाबंदी की वजह से यह केवल इंस्टॉलेशन के ही समय स्ट्रक्चर देख पाते जब तक सिस्टम चालू होता तब तक इन्हें किसी न किसी को लेकर जाना पड़ता था। इसके दौरान लगभग 2 साल बीत गए। संयोगवश एक बार फिर आन्या ग्रीन एनर्जी की टीम इनके गांव में दोबारा विजिट करती है जहाँ फिर से इन से बातचीत होती है। इस समय इन्होने सोलर (Off Grid Solar System for Atta Chakki WITH VFD) के बारे में संपूर्ण जानकारी ली। सारे मुनाफे घाटे के बारे में जानकारी लेने के बाद इन्होने उसी समय सोलर लगवाने का तय किया। क्योंकि डीजल की वजह से इनका बचत नहीं हो पा रहा था। जिसकी वजह से इन्होंने सोलर सिस्टम देखकर लगवाने का विचार कर लिया। बातचीत के दो-चार दिन के अंदर ही इन्होंने सिस्टम की बुकिंग कंफर्म कर पेमेंट कर दिया । जिसके बाद आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर इनके यहाँ जाकर और दिशा का अच्छे से आकलन कर एसएलडी तैयार करके Off Grid Solar System for Atta Chakki WITH VFD का इंस्टॉलेशन किया। इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का मोनो पर्क हाफ कट 540W का 24.3 किलो वाट का सिस्टम लगा है। इसमें 10 बस बार होते हैं, जिसकी वजह से इसकी एफिशिएंसी काफी अच्छी होती है। और यह पॉली की तुलना में कम जगह लेता है। इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का 20 एचपी का डबल डोर ड्राइव लगा है, जो विश्व मानको द्वारा सर्टिफाइड है। यह ड्राइव डबल सुरक्षा देने के साथ ip55 वॉटर रेजिस्टेंस की भी फीचर्स होती है जिससे कि पानी से ड्राइव को बचाता है। इनके यहाँ सावधानी का ध्यान रखते हुए लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग लगाया जाता है जिससे कि पैनल पर पड़ने वाले आकाशीय बिजली को पैनल से बचाकर लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग वायर के द्वारा अर्थ (जमीन) में बिजली को भेज देती है। मजबूती का ध्यान रखते हुए जी आई (GALVENISED IRON ) का प्रयोग स्ट्रक्चर के लिए करती है जिससे कि स्ट्रक्चर में कभी जंग नहीं लगता और स्ट्रक्चर के साथ पैनल भी मजबूती के साथ सालों साल तक टिका रहता है। Experience with the Off Grid Solar System for Atta Chakki/ Flour Mill with VFD : इनका सोलर के साथ अनुभव काफी अच्छा रहा है। सोलर (Off Grid Solar System for Chakki/ Flour Mill with VFD) के साथ इनका काफी अच्छा काम चल रहा है इनके कर्मचारी भी काफी खुश हैं सोलर से वह समय पर काम करके घरवालों के साथ समय बिताते हैं। गर्मी के दिनों में उन्हें डीजल इंजन चलने की वजह से काफी परेशानी होती थी जो कि अब उन्हें इन सब चीजों का सामना नहीं करना पड़ता। कस्टमर भी काफी खुश हैं उन्हें शोर वगैरह जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। आराम से आकर बैठते हैं ।सोलर (Off Grid Solar System for Atta Chakki) से इनका बचत हो रहा है इनका कहना है कि जो इनके डीजल के खर्चे वह बचते हैं। और बचत से अपने कई सारे कामों को कर पाते हैं। सोलर से प्रदूषण कम करने पर समाज में एक अहम योगदान दे रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें काफी अच्छा प्रतीत होता है। और आने वाले समय में यह अपने घर पर भी सौर ऊर्जा लगवा

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10hp Solar System for Atta Chakki

10hp Solar System for Atta Chakki

Solar System for Atta Chakki (10hp Motor) Kushinagar : Utter Pradesh वीरेंद्र सिंह जी कुशीनगर के रहने वाले एक आटा चक्की व्यापारी है, जो अपने आटा चक्की को सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) से चलाते हैं। हम इस ब्लॉग में वीरेंद्र जी के आटा चक्की शुरू करने से लेकर सोलर चुनने और उनके सोलर के अनुभव को आपके साथ साझा करेंगे। कुशीनगर भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है, जो कि गोरखपुर से सटा हुआ है। यह शहर गोरखपुर से 53 किलोमीटर पूर्व में है । यहाँ मुख्य रूप से गन्ने की खेती होती है | आटा चक्की व्यापार का सफर : वीरेंद्र जी के व्यापार का सफर शुरू करने से पहले इनके ऊपर कुछ पंक्तियां है जो इनसे बिल्कुल जुड़ी है, की “जीवन में मौके तो सभी को मिलते हैं लेकिन सफलता केवल कड़ी मेहनत वालों को ही प्राप्त होता है।” बिल्कुल इस पंक्ति के अनुसार वीरेंद्र जी ने अपने जीवन में सफलता पाने के लिए काफी संघर्ष किया। और सोलर से यह अपने द्वारा की गई मेहनत से रंग ला रहे है। वीरेंद्र जी का आटा चक्की का व्यापार पुश्तैनी है जिसे इनके दादा जी उसके बाद पिताजी और इनके भाई चलाते आ रहे हैं। इनके यहाँ 16 इंच की एक आटा चक्की,एक हालर और 6 बोल्ट की एक एक्सपेलर है। डीजल से चलाने के लिए इनके पास 22HP का इंजन लगा है। बिजली से चलाने के लिए इनके पास 10HP का मोटर लगा है।  वीरेंद्र जी तीन भाई होने की वजह से आटा चक्की व्यापार की जगह शटरिंग का काम करते थे। एक समय इनके इस व्यापार से काफी मुनाफा होता था, किंतु बाद में इससे काफी नुकसान होने लगा । जिससे इन्होंने कोई और व्यापार करने का विचार किया।  इनके भाइयों को आटा चक्की का व्यापार नहीं जम रहा था। जिसकी वजह उन लोगों ने इस व्यापार को बंद करने का विचार किया। किंतु पुश्तैनी व्यापार होने की वजह से वीरेंद्र जी ने आटा चक्की का व्यापार के कार्य की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेली। इनका व्यापार  50 सालों से चलता आ रहा है। पहले इनका व्यापार डीजल से चलता था। और लगभग 1993 में इन्होंने अपने आटा चक्की व्यापार को बिजली से जोड़ लिया। डीजल से होने वाली समस्याएँ : डीजल से चक्की चलाने में इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था । इनका कहना है की डीजल लाने के लिए इन्हें अपने बाइक से जाकर पेट्रोल जलाना पड़ता था, जिससे कि इन्हें डबल नुकसान होता था। साथ ही 5 से 6 हजार का डीजल लाने के लिए उधार लेना पड़ता, और मुनाफा ना होने की वजह से वह समय पर उधार भी नहीं चुका पाते थे। डीजल से चक्की चलाने पर हर 6 महीने पर उसकी सर्विसिंग करनी पड़ती थी जिससे उसमें भी पूंजी लग जाती थी। डीजल से चक्की चलाने पर समय से काम भी नहीं हो पाता था और कस्टमर को अगले दिन का समय देना पड़ता था। डीजल से होने वाले शोर से इन्हे काफी टेंशन होता था, जिससे बात-बात पर चिड़चिड़ापन रहता था । इंजन से निकलने वाले धुएं से सेहत पर काफी असर पड़ता था जिससे इन्हें चिंता होती थी कि इस तरह काम करने से इनकी उम्र काफी कम होते जा रही। बिजली आटा चक्की व्यापार से परेशानियाँ : बिजली से चक्की चलाने भी कुछ खास अंतर नहीं आया इससे भी इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली की कटौती की समस्याओं का सामना करने के साथ-साथ रात में भी जागकर इन्हें पिसाई करनी पड़ती थी । इनका कहना है कि रात में जागकर आंखों पर पानी मार कर काम के लिए जागना पड़ता था जो कि काफी मुश्किल रहता था। बिजली से भी इन्हें चक्की चलाने में शोर का सामना करना पड़ा।बिजली और डीजल दोनों की समस्याओं से यह तंग आ चुके थे क्योंकि एक रोज गेहूं पीसने के दौरान लगभग 7 से 8 बार बिजली के कटौती हुई जिससे इनका काफी नुकसान हुआ और इन्होंने बिजली का कनेक्शन कटवाने का ठान लिया । किंतु बिजली विभाग द्वारा इन्हें समझाने पर इन्होंने पांच छह महीने तक कनेक्शन रखा, उसके बाद भी समस्याएं वैसी की वैसी ही रही जिसके बाद इन्होंने कनेक्शन कटवा दिया। सोलर का सफर : (10hp Solar System for Atta Chakki) अपने आटा चक्की व्यापार को चलाने के लिए यह एक रोज यह दूसरा उपाय ढूंढने लगे। फेसबुक और यूट्यूब द्वारा इन्हें सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) के बारे में जानकारी मिली। जहाँ इन्होंने कई कंपनियों से संपर्क किया किंतु किसी भी कंपनी द्वारा इन्हें अपने सिस्टम के लिए जानकारी से संतुष्टि नहीं मिल पा रही थी, ना ही कंपनी द्वारा बेहतर जानकारी प्रदान की जा रही थी। आन्या ग्रीन एनर्जी से जुड़ने का सफर : अपने चक्की व्यापार के लिए लगातार सोलर (10hp Solar System for Atta Chakki) के बारे में जानकारी लेने के लिए यह हमेशा बेहतर कंपनी ढूंढते रहते थे। जहाँ इन्हें एक रोज फेसबुक पर आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा सोलर आटा चक्की की विज्ञापन दिखा। जिसे देखने के बाद इन्होंने आन्या ग्रीन एनर्जी के नंबर पर संपर्क कर बात की।  जहाँ इनकी बात आन्या ग्रीन एनर्जी की सोलर काउंसलर से होती है। आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा इनके सिस्टम (10hp Solar System for Atta Chakki) की संपूर्ण जानकारी और आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा लगे सोलर सिस्टम की जानकारी लेने के बाद यह पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाते हैं। लगभग 1 महीने के बात-चीत के दौरान आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर काउंसलर द्वारा इन्हें, इनके आसपास के लगे सोलर सिस्टम से चल रहे आटा चक्की व्यापार को जाकर देखने का सुझाव मिला। वीरेंद्र जी, ने आन्या ग्रीन एनर्जी के लगे सिस्टम को देखने के बाद और आन्या ग्रीन एनर्जी द्वारा दी गई जानकारी से इन्हें पूर्ण रूप से भरोसा हो गया । जिसके बाद इन्होंने बिना आन्या ग्रीन एनर्जी के ऑफिस आए सिस्टम (10hp Solar System for Atta Chakki) की बुकिंग कंफर्म करके पेमेंट कर दिया। इंस्टालेशन का सफर : जिसके बाद आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर इनके यहाँ जाकर इनके जगह और दिशा का आकलन कर एसएलडी तैयार करके (10hp Solar System for Atta Chakki) इंस्टॉलेशन किया। इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का मोनो पर्क

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10hp Solar Atta Chakki - Hardoi Utter-Pradesh

10 HP Solar Atta Chakki

संदीप जी का कहना है कि वह 10HP सोलर आटा चक्की (10hp Solar Atta Chakki – Hardoi, Utter Pradesh)से काफी संतुष्ट है। साथ ही 10HP सोलर आटा चक्की से लगभग 1 से 2.50 क्विंटल आटा प्रतिघंटे निकालते हैं।

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Off Grid Solar System For Industrial Use

Off Grid Solar System : Best for Industrial Use

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का प्रयोग करके आज के समय बहुत से इंडस्ट्रियलिस्ट अपने बिज़नेस में होने वाले बिजली / डीजल के खर्च को जीरो करके साल के लाखो बचा रहे है ,

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Solar System for 7.5hp Atta Chakki

Solar System for 7.5hp Atta Chakki

Solar System for 7.5hp Atta Chakki कुलदीप मौर्य जी सुल्तानपुर के ग्रामीण इलाके में रहने वाले आटा चक्की व्यापारी हैं, जो अब अपने आटा चक्की को सोलर (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) से चलाते है, हम अपने इस ब्लॉग में कुलदीप मौर्या जी के आटा चक्की व्यापार शुरू करने से लेकर सोलर चुनने और उनके सोलर के अनुभव को आपके साथ साझां करेंगे।  सुल्तानपुर, गोमती के किनारे का यह क्षेत्र विकास के लिए प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध है, कुश काश से बनने वाले बांध की प्रसिद्ध मंडी यहीं पर है प्राचीन काल में सुल्तानपुर का नाम कुछ भवनपुर था जो कालांतर में बदलते बदलते सुल्तानपुर हो गया। सुल्तानपुर वाराणसी (काशी) से लगभग 150 किलोमीटर है। सुल्तानपुर में सबसे ज्यादा खेती धान और गेहूं की होती है। आटा चक्की व्यापार का सफर : कुलदीप जी ने पढ़ाई पूरी होने के बाद अपना व्यापार करने का सोचा, घरवालों के समर्थन मिलने पर कुलदीप जी ने गांव से थोड़ी दूरी पर अपना आटा चक्की व्यापार शुरु किया। कुलदीप जी के पास एक 18 इंच की आटा चक्की और एक 6 बोल्ट एक्सपेलर के साथ इसको चलाने के लिए 7.5 एचपी का मोटर है। बिजली से चक्की चलाने का लिया फैसला : कुलदीप जी अपने आटा चक्की को चलाने के लिए बिजली कनेक्शन लगवाने का फैसला किये , जिसका कनेक्शन लेने के लिए उन्हें काफी भाग दौड़ करनी पड़ी थी , कनेक्शन लगने के बाद उन्होंने अपने चक्की के व्यापार को शुरू कर दिया।  शुरू में तो सब उनको अच्छा लगता था , लेकिन समय के साथ उनको बहुत मुस्किले समझ आने लगी।  जैसे बिजली की कटौती की वजह से उनका काम ठप्प हो जाता था, साथ में  बिजली के रात की शिफ्ट होने पर उनको रात रात भर जग कर काम करना पड़ता था।  कभी कभी तो ऐसा होता था की रात में बिजली बार बार कुछ-कुछ समय पर आने-जाने  से ना वो काम कर पाते थे, ना आराम। कभी कभी बारिश के मौसम में तार टूट जाने से या ट्रांसफार्मर जल जाने से उनका काम कई दिन तक रुक सा जाता था और तो और उन्हें खुद से पैसा देकर सही करवाना पड़ता था।   बिजली के साथ डीजल इंजन लेने का भी किया निर्णय : एक रोज कुलदीप जी युटुब चला रहे थे तो उन्हें आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर से आटा चक्की की वीडियो दिखी, जिसमे सोलर आटा चक्की (Solar System for 7.5hp Atta Chakki)और उसका प्रयोग कर रहे व्यापारी का अनुभव शामिल था। उस वीडियो को देखने के बाद कुलदीप जी को जैसे अपने सभी दिक्कतों का हल मिल गया हों , सोलर से आटा चक्की के मुनाफे का व्यापार देखकर कुलदीप जी को व्यापार बढ़ाने का नया रास्ता मिल गया लेकिन कई कंपनियों से बात करने के बाद कुलदीप जी संतुष्ट नहीं हो पा रहे थे । आन्या ग्रीन एनर्जी से जुड़ने का सफर : आन्या ग्रीन एनर्जी से संपर्क करने पर कुलदीप जी को आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर काउंसलर से बात होती है। जो इनको सलाह देते है कि आप किसी की बात पर भरोसा न करें और जहाँ पर हमारा सिस्टम लगा है वहाँ खुद जाकर देखें और सोलर चक्की व्यापरियों (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) से बात करके खुद ही सभी जानकारियां प्राप्त करें।  यह बात कुलदीप जी को अच्छी लगी और वो अपने पास के सोलर आटा चक्की सिस्टम को विजिट किये। सब देखने जानने के बाद उनके मन को संतुस्टी हुई। कुलदीप जी को सोलर (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) लगवाने के लिए घर वालों से भी पूरी तरह से सहयोग मिल रहा था। आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर काउंसलर से बात कर अपने सिस्टम के बारे में पूरी तरह जानने के कुछ ही दिनों में सिस्टम कंफर्म कर देते हैं। इसके साथ भरोसा दिखाते हुए इन्होंने बिना आन्या ग्रीन एनर्जी के ऑफिस में आए और बिना मिले ही अपने सिस्टम के लिए ऑनलाइन बुकिंग के साथ पेमेंट कर देते हैं। सोलर सिस्टम इंस्टालेशन सर्विस (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) कुछ दिनों में कुलदीप जी के जगह और दिशा का मापन करके आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर एस एल डी तैयार कर इंस्टॉलेशन शुरू कर देते हैं। कुलदीप जी के यहां मोनो पर्क हाफ कट 540 W के 28 पैनल लगे हैं। इसके साथ आन्या ग्रीन एनर्जी की 20 एचपी की डबल डोर ड्राइव लगी है जो विश्व मानव को द्वारा सर्टिफाइड है। पैनल को माउन्ट करने के लिए जो स्ट्रक्चर लगे है वह जीआई (galvanized iron) के स्ट्रक्चर होते है जो धुप और बारिश में जंग से बचाते है। इनके यहाँ लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग लगी है, जो आकाशीय बिजली से पैनल को बचाकर ग्राउंड (जमीन ) में बिजली को भेज देती है। सोलर सिस्टम लगवाने के बाद का अनुभव : कुलदीप जी ने बताया कि उनका सिस्टम (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) बारिश के समय में ही लगा था और उस समय भी काफी अच्छा प्रदर्शन दे रहा था और वह आन्या ग्रीन एनर्जी से सोलर लगवाकर काफी संतुष्ट है ,अब उन्हें डीजल और बिजली से आ रही सभी समस्याओं से निजात मिल गया है, सोलर से उनकी पिसाई लागत जीरो हो गई साथ में मेंटेनस में सिर्फ पैनल को पानी से साफ़ रखना पड़ता है। इसमें VFD लगे होने से मोटर जलने की की समस्या भी दूर हो गई है। सोलर (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) से जल्दी पिसाई और पेराई करने की वजह से इनके कस्टमर में भी बढ़ोतरी हुई है क्योंकि पहले वह जहां पिसाई में दो से तीन दिन लगाते थे वहां अब हाथों-हाथ काम करके अपने ग्राहकों को अच्छी सर्विस दे रहें हैं । अब कुलदीप जी को दिन रात जागना नहीं पड़ता समय से काम कर अपने आप और परिवार को समय दे पाते हैं। सोलर से चक्की चलाने पर धुआं और आवाज की परेशानियों से छुटकारा मिल गया है। सोलर (Solar System for 7.5hp Atta Chakki) के मुनाफे से जल्दी यह अपने लिए जमीन खरीदने वाले हैं जो कि बिजली और डीजल के आय से नहीं खरीद पा रहे थे और आने वाले समय में कुलदीप जी पैनल भी बढवाने वाले हैं जिससे इनका व्यापार और

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15hp Solar Chakki in Mirzapur Utter Pradesh

15hp Solar Atta Chakki : Mirzapur, Utter Pradesh

15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur, Utter Pradesh राजू सिंह जी, जिला मिर्जापुर के रहने वाले एक आटा चक्की व्यापारी है। वैसे तो मिर्जापुर अपने कालीनों और पीतलो के बर्तन उद्योगों के साथ-साथ तिलहन फसलों के लिए जाना जाता है। मिर्जापुर कई पहाड़ियों से घिरा हुआ है । यह विंध्याचल, अष्टभुजा और काली खोह के पवित्र मंदिर के लिए प्रसिद्ध है और इसमें देवरहवा बाबा आश्रम भी है।  मिर्जापुर में आपको बहुत से खूबसूरत झरने और प्राकृतिक स्थान देखने को मिलते है। मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी (काशी ) से सटा हुआ जिला है। आटा चक्की (Atta Chakki) व्यापार का सफर : राजू जी आटा चक्की का व्यापार करने से पहले किराने की दूकान चलाते थे। राजू जी का संयुक्त परिवार है। राजू जी के बड़े पापा सालो पहले आटा चक्की (Atta Chakki)का व्यापार करते थे,  जिसको देखकर राजू जी के मन में भी आटा चक्की (Atta Chakki) का व्यापार बड़े पैमाने पर करने का विचार था। कुछ साल किराने का दुकान चलाने के बाद राजू जी ने अपने आटा चक्की का व्यापार शुरू किया। राजू जी ने तीन आटा चक्की (Atta Chakki) खरीदी जो की 16 इंच ,18 इंच और 20 इंच की है। इसके साथ एक 6 बोल्ट की एक एक्सपेलर भी ख़रीदा । इन सब को चलाने के लिए 15 HP की एक मोटर लगाई है।  राजू जी अपने आटा चक्की (Atta Chakki) का व्यापार बिजली और डीजल से करते थे।  जिसमे इनका लगभग 1000  से 1200 रुपये प्रतिदिन का डीजल खर्च था, साथ ही बिजली का खर्च लगभग 21000 से 24000  रुपये प्रतिमाह का था। जिससे व्यापार में मुनाफा कम और बचत ना के बराबर होती थी। राजू जी कर्मचारी रख कर काम करवाते है जिससे उन्हें खर्चो को छोड़कर कोई खास बचत नहीं हो पाती थी। बिजली की कटौती के समय राजू जी अपने चक्की को डीजल से चलाते थे। समय बीतने के साथ-साथ आटा चक्की के व्यापार का विस्तार करने के लिए राजू जी ने उपाय ढूँढना शुरू कर दिया। राजू जी आटा चक्की चलाने वाले व्यापारी के साथ एक जागरूक नागरिक है जो कि समाचार पत्रों के द्वारा सोलर एनर्जी के बारे में जानकारियाँ प्राप्त करते रहते थे, जिससे उनके मन में सोलर से आटा चक्की चलाने कि जिज्ञासा होती थी। सोलर सिस्टम लगवाने का सफर (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) : जब राजू जी के एक आटा चक्की चलाने वाले साथी ने सोलर (Solar Atta Chakki) लगवाया उसे देख कर राजू जी अपने आटा चक्की चलाने वाले साथी से सोलर (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur ) लगवाने की इच्छा जाहिर की। राजू जी के साथी के यहां आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर पैनल लगे हुए थे। राजू जी के साथी ने उनको आन्या ग्रीन एनर्जी से संपर्क करवाया । उसी समय आन्या ग्रीन एनर्जी की एक टीम आस पास में साइट विजिट के लिए निकली थी, जानकारी मिलने पर आन्या ग्रीन एनर्जी की टीम राजू जी से मिलकर उनके सिस्टम के अनुसार सोलर पैनल के बारे में पूरी जानकारी और अच्छा सुझाव देती है ।  आन्या ग्रीन एनर्जी और राजू जी की बातें काफी लम्बी चली। बातचीत काफी लम्बी गई और कुछ परिस्थितियों की वजह से राजू जी के सोलर (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) लगवाने की प्रक्रिया में समय लग गया। लगभग एक साल का समय बीतने के बाद राजू जी ने आन्या ग्रीन एनर्जी के माध्यम से अपना सोलर सिस्टम (15 hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) लगवाया । जिसके बाद आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर्स राजू जी के यहाँ उनके जगह और दिशा का मापन करके एसएलडी तैयार करने के पश्च्यात उनका सिस्टम जून, 2021 में इनस्टॉल किया।   राजू जी के यहां पॉली 335W के 64 पैनल लगे है, जो की कम धुप में भी अच्छे से काम कर रहे है । इसके साथ इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी का 20 HP की डबल डोर ड्राइव लगी हुई है।  जो डबल प्रोटेक्शन के साथ विश्व मानकों द्वारा सर्टिफाइड है। पैनल को माउन्ट करने के लिए जो स्ट्रक्चर लगे है वह जीआई (galvanized iron) के स्ट्रक्चर होते है जो धुप और बारिश में जंग से बचाते है। इनके यहाँ लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग लगी है, जो आकाशीय बिजली से पैनल को बचाकर ग्राउंड (जमीन ) में बिजली को भेज देती है। आटा चक्की पर सोलर लगवाने के बाद का अनुभव : राजू जी आन्या ग्रीन एनर्जी से सोलर सिस्टम (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) लगवाकर खुश है। राजू जी का कहना है की उन्हें आन्या ग्रीन एनर्जी के प्रोडक्ट की क्वालिटी और उनके द्वारा दी हुई जानकारी से पूर्णतः संतुष्ट है। सोलर (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) लगवाने के बाद उनके काम और कस्टमर में बढ़ोतरी हुई है। सोलर लगवाने से पहले उनके पास साइकिल थी, सोलर के मुनाफे से उन्होंने बाइक ले ली, इससे वह और उनके घरवाले दोनों खुश है। https://youtube.com/watch?v=G9UdRWIlyoA&feature=shares राजू जी ने बताया की पहले बचत न होने की वजह से भाई बहन की मांग वह पूरी नहीं कर पाते थे, अब राजू जी उनकी मांग से कही ज्यादा लाकर उन्हें दे देते है। इससे घर में सुख शांति और समृद्धि रहती है और समय से काम करके वह घरवालो को भी समय दे पाते है। सोलर (15HP Solar Atta Chakki in Mirzapur) से काम में आराम पाकर राजू जी के सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ा है । राजू जी सोलर से मुनाफे और बचत को देख अपने आटा चक्की व्यवसाय को विस्तृत करने के लिए आने वाले समय में पैनल बढ़वाने वाले है।  यह सभी जानकारियाँ सोलर आटा चक्की (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) व्यापारी राजू सिंह जी के द्वारा आन्या ग्रीन एनर्जी को मार्च 2023 में प्रदान की गई है, जिसके अनुसार राजू जी का सोलर आटा चक्की (15hp Solar Atta Chakki in Mirzapur) का अनुभव जून 2021 से मार्च 2023 (लगभग दो साल) तक का बेहद शानदार रहा है। आन्या ग्रीन एनर्जी उम्मीद करती है कि आने वाले सालो में भी इनका सिस्टम और अनुभव शानदार ही रहेगा। हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही अगर आप एक आटा चक्की व्यापारी है और सोलर से अपने

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Hybrid Solar System at best price

Hybrid Solar System

Hybrid Solar System A Hybrid Solar System is a type of solar energy system that combines elements of both On-Grid and Off-Grid systems. It is connected to the public power grid but also includes energy storage, allowing it to store excess energy for use when the sun isn’t shining. The system allows homes and businesses to generate their own power and reduce their reliance on the public power grid, providing greater control over energy usage and reducing energy costs. The combination of On-Grid and Off-Grid features in a Hybrid Solar System makes it a cost-effective and eco-friendly solution for meeting energy needs. On-Grid Solar System : An On-Grid Solar System is connected to the public power grid, allowing it to draw energy from the grid when the sun isn’t shining and feed any excess energy back into the grid. This system is best suited for homes and businesses with a constant power demand and a steady electricity bill. read more…..…… Off-Grid Solar System : An Off-Grid Solar System is not connected to the public power grid, relying solely on solar energy for power. This system is best suited for remote locations where the cost of extending the power grid is prohibitively expensive. In this case, an Off-Grid Solar System provides an independent power source for homes and businesses. read more …. Hybrid Solar System : A Hybrid-Solar System combines the benefits of both On-Grid and Off-Grid systems. It is connected to the public power grid but also includes energy storage, allowing it to store excess energy for use when the sun isn’t shining. This system is best suited for homes and businesses that want to be less dependent on the public power grid and have more control over their energy usage. Benefits of a Hybrid Solar System: Increased Energy Independence: With a Hybrid Solar System, homes and businesses can reduce their dependence on the public power grid, giving them greater control over their energy usage. Improved Energy Efficiency: By storing excess energy, a Hybrid Solar System allows homes and businesses to use stored energy when the sun isn’t shining, reducing their reliance on grid-supplied energy. Cost-Effective: A Hybrid Solar System can reduce energy costs by allowing homes and businesses to generate their own power and reduce their reliance on the public power grid. Additionally, the energy storage component of the system can reduce peak demand charges, further reducing energy costs. Eco-Friendly: Solar energy is a clean, renewable source of power, making a Hybrid Solar System an eco-friendly option for homes and businesses. In conclusion, a Hybrid Solar System is an excellent choice for homes and businesses looking to reduce their dependence on the public power grid, increase their energy independence, and reduce their energy costs. With its combination of On-Grid and Off-Grid features, a Hybrid Solar System offers a cost-effective and eco-friendly solution for meeting energy needs. What is a Hybrid Solar Inverter? A Hybrid Solar Inverter is a device that converts DC electricity generated by solar panels into AC electricity that can be used by homes and businesses. A Hybrid Solar Inverter with a Lithium-Ion Battery takes this technology one step further by including an energy storage component, allowing homes and businesses to store excess energy for use when the sun isn’t shining. Uses of Hybrid Solar System : A Hybrid Solar System can be used in a variety of ways to meet energy needs: Overall, a Hybrid Solar System offers a cost-effective and eco-friendly solution for meeting energy needs in a variety of applications. GET IN TOUCH Get Free Consultation

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Off-Grid Solar System - Get at Best Price

Off-Grid Solar System

Off-Grid Solar System: Solar energy has become an increasingly popular source of renewable energy, providing clean and sustainable energy to homes and businesses. One of the most significant benefits of solar energy is the ability to use it in an off-grid setting, meaning that a property can be powered by the sun, even if it is not connected to the main electrical grid. In this guide, we’ll explore what off-grid solar systems are, their benefits, and how you can use them to gain energy independence. What is an Off-Grid Solar System? An off-grid solar system is a self-sufficient power system that generates electricity from solar panels, stores it in batteries, and distributes it to meet the energy needs of a property. The key difference between off-grid solar systems and grid-tied solar systems is that off-grid systems do not rely on the main electrical grid for power. Instead, they provide their own electricity, which is generated by solar panels and stored in batteries. Benefits of Off-Grid Solar Systems : There are many benefits to using off-grid solar systems, including: Energy independence: With an off-grid solar system, you are not dependent on the main electrical grid for power. This means that you will not be affected by power outages, blackouts, or price hikes. Cost savings: Off-grid solar systems can reduce energy costs, especially for properties in remote or isolated areas without access to the main grid. In these cases, the cost of connecting to the grid can be high, and off-grid systems can provide a more cost-effective solution. Sustainable energy: Solar energy is a clean and renewable energy source, which means that it does not produce harmful greenhouse gases or pollution. This makes it a more environmentally friendly option compared to traditional fossil fuel-based energy sources. Reliable power: Off-grid systems are designed to provide reliable power, even in areas with limited grid access. This is because they are not affected by grid power outages, ensuring a continuous power supply. How Off-Grid Solar Systems Work ? Off-grid solar systems consist of four main components: solar panels, a charge controller, batteries, and an inverter. Installing an Off-Grid Solar System : Installing an off-grid solar system can be a complex process, and it is best to work with a professional solar installation company. They will be able to assess the energy needs of your property and recommend the best system for your needs. The first step in installing an off-grid solar system is to conduct a site assessment to determine the energy needs of the property. This will involve assessing the amount of sunlight the property receives Anya Green Energy is a leading provider of off-grid solar solutions for homes and businesses. With a commitment to providing sustainable and independent energy solutions, Anya Green Energy has established a reputation for delivering high-quality and reliable off-grid systems. Their team of experienced technicians and engineers use the latest technology and equipment to design and install custom off-grid solar systems that meet the unique energy needs of each property. Whether you are in a remote or isolated area, or simply looking for an energy-efficient and sustainable solution, Anya Green Energy is a trusted and reliable solar service provider for off-grid systems. GET IN TOUCH Consult with Solar Experts Follow Us :

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Net Meter for On Grid Solar System | Hybrid Solar System

Net Metering System

What is Net Meter ? A net meter, also known as a net metering system, is a device that measures the difference between the electricity consumed by a home or business and the electricity generated by a renewable energy source, such as solar panels or a wind turbine. It allows homes and businesses with on-site renewable energy systems to send excess power back to the grid, and then draw power from the grid when their own system is not producing enough. This way, the owner of the renewable energy system can effectively “bank” excess power for later use and avoid the need for a separate battery storage system. Many utilities offer net metering programs, which will pay the customer for excess power generated by the system. Use of Net Meter with Solar Energy ? Net metering is often used in conjunction with solar energy systems, as it allows homeowners and businesses to offset the cost of their electricity usage by generating their own power through solar panels. When a solar energy system generates more electricity than the home or business is using, the excess power is sent back to the grid through the net meter. The net-meter keeps track of the excess power that is sent to the grid, and credits the homeowner or business for the power generated. When the solar system is not generating enough power to meet the needs of the home or business, the net-meter draws power from the grid to supplement the solar-generated power. This allows the homeowner or business to effectively use the grid as a “battery” for their solar power system, eliminating the need for costly and bulky battery storage systems. Additionally, many utilities offer net metering programs, which will pay the customer for excess power generated by the solar system, this further helps the customer to reduce their electricity bills and enhance the return on their solar energy investment. GET IN TOUCH Consult with Solar Experts First Ask Question for Net Meter : Use of Net Meter with On Grid Solar System or Hybrid Solar System: Net metering is a system that allows homeowners and businesses to generate their own electricity through on-grid solar system or Hybrid Solar System and send excess power back to the utility grid. This system is becoming increasingly popular as it helps to offset the cost of electricity usage and provides a way for homeowners and businesses to reduce their carbon footprint. An on-grid solar system or Hybrid Solar System is a type of solar energy system that is connected to the utility grid. This allows the system to send excess power back to the grid and also draw power from the grid when the solar system is not producing enough energy. The net-meter is the device that measures the difference between the electricity consumed and the electricity generated. This allows homeowners and businesses to effectively use the grid as a “battery” for their solar power system, eliminating the need for costly and bulky battery storage systems. One of the main benefits of using a net metering system with an on-grid solar system or Hybrid Solar System is that it helps to offset the cost of electricity usage. When a solar energy system generates more electricity than the home or business is using, the excess power is sent back to the grid through the net meter. The net meter keeps track of the excess power that is sent to the grid, and credits the homeowner or business for the power generated. This credit can then be applied to the homeowner’s or business’ electricity bill, effectively reducing the cost of electricity usage. Another benefit of using a net metering system with an on-grid solar system or Hybrid Solar System is that it helps to reduce the carbon footprint of the homeowner or business. By generating their own electricity through solar energy, homeowners and businesses are able to reduce their reliance on non-renewable energy sources, such as coal and natural gas. This helps to decrease the amount of greenhouse gases that are released into the atmosphere and ultimately helps to combat climate change. Additionally, many utilities offer net metering programs, which will pay the customer for excess power generated by the solar system. This further helps the customer to reduce their electricity bills and enhance the return on their solar energy investment. In conclusion, using a net metering system with an on-grid solar system or Hybrid Solar System is a smart and sustainable choice for homeowners and businesses. It helps to offset the cost of electricity usage, reduce the carbon footprint, and can provide an additional revenue stream through payments for excess power generated. With the increasing cost of electricity and the growing concern for the environment, investing in a net metering system with an on-grid solar system is a smart investment for the future.

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On-Grid Solar System

On-Grid Solar System

ON-GRID SOLAR SYSTEM : An on-grid solar system, also known as a grid-tied solar system, is a type of solar energy system that is connected to the main electrical grid. This means that the solar panels generate electricity during the day, and any excess energy is sent back to the grid, while at night or when the solar panels are not generating enough power, the system will draw electricity from the grid. On-grid solar systems are a great option for those who want to generate their own electricity while still having the security of being connected to the main electrical grid. They are relatively easy to install and maintain, and they do not require batteries or backup generators, which can save money and space. One of the biggest benefits of an on-grid solar system is that it can save you money on your electricity bills. In many areas, utility companies will pay you for the excess electricity your system generates, known as net metering. This means that you can earn money back from your investment in the solar panels. Another benefit of an on-grid solar system is that it helps to reduce carbon emissions and decrease dependence on fossil fuels. By generating your own electricity from a renewable source, you are helping to lower the demand for non-renewable energy sources, which can have a positive impact on the environment. However, it’s important to note that On-grid solar systems are not suitable for people who are frequently not connected to the grid. It is because it relies on the grid to function. Overall, an on-grid solar system is a smart investment for anyone who wants to save money on their electricity bills, reduce their carbon footprint, and contribute to a more sustainable future. With the advancement in technology, the cost of solar panel and installation has been decreased significantly making it more accessible to the common people. Consult with a reputable solar installer to determine if an on-grid solar system is the right fit for your home or business. GET IN TOUCH Get Solar Experts Advice First Ask Questions for On Grid Solar System : Where you can use On Grid Solar System : On grid solar systems, also known as grid-tied solar systems, are a popular choice for homeowners and businesses looking to generate their own electricity while still being connected to the main electrical grid. These systems are ideal for a wide range of applications, and they offer many benefits that make them a great investment. On Grid Solar System for Home: One of the best applications for on grid solar systems is for residential homes. This is because on grid systems are easy to install and maintain, and they do not require batteries or backup generators. This means that homeowners can save money and space by not having to install additional equipment. Additionally, on grid systems can save homeowners money on their electricity bills by generating their own electricity and earning money back from the excess energy they generate through net metering. On Grid Solar System for Industries: Another great application for on-grid solar systems is for commercial and industrial buildings. These types of buildings often have large rooftop spaces that are perfect for installing solar panels. On grid solar systems can help businesses save money on their electricity bills and reduce their carbon footprint, making them a more sustainable and environmentally friendly option. On-grid systems are also a great option for community solar projects. These projects allow multiple households or businesses to share the cost and benefits of a solar energy system. With this type of project, the community can generate their own electricity and reduce their dependence on fossil fuels. In summary, On-grid solar systems are a great investment for homeowners, businesses, and communities looking to generate their own electricity, save money on electricity bills, and reduce their carbon footprint. With the advancement in technology, the cost of solar panel and installation has been decreased significantly making it more accessible to the common people. Consult with a reputable solar installer to determine if an on-grid solar system is the right fit for your home or business.

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बिहार में सोलर चक्की। बिहार में सोलर आटा चक्की। चक्की के लिये सोलर | Solar Chakki in Bihar

Solar Chakki in Bihar – at Amazing Service

Solar Chakki in Bihar बिहार (Bihar) उत्तर भारत मे स्थित एक बेहद खूबसूरत राज्य है, जिसकी राजधानी पटना (Patna) है, अगर बिहार की कुल आबादी की बात करें तो 2021 की जनगणना के अनुसार 12.7 करोड़ है । बिहार के लोगो को लिट्टी चोखा खाना बहुत अधिक पसंद है, शायद इसलिए लिट्टी चोखा बिहार का नेशनल डिश है । अब बात कर रहे है लिट्टी – चोखा का तो लिट्टी बनता है गेंहू के आटे से और गेहूं को आटा बनाने के लिये जरूरत होती है आटा चक्की (Atta Chakki) की , क्योकि बिहार में एक बड़ी आबादी को रोटी और लिट्टी खाना पसंद है , ऐसे में आटा चक्की का बिज़नेस यहाँ भली भांति फलता फूलता है। दिन पर दिन आटा चक्की के बिजनेस की मांग बढ़ती ही जा रही है । लेकिन अभी तक जो लोग आटा चक्की का बिजनेस करते है उनमें से बहुत से लोग डीजल या बिजली से आटा चक्की को चलाते है । जिससे उनको नुकसान का भी सामना करना पड़ रहा है। differences between Solar Chakki and Other Chakki डीजल से आटा चक्की(Chakki with diesel): बिजली से चक्की(Chakki With Electricity): सोलर चक्की(Solar Chakki) प्रतिदिन हजारों रूपये का खर्च भारी – भरकम बिजली का बिल कोई खर्च नहीं समय के साथ कीमतों में वृद्धि समय के साथ कीमतों में वृद्धि पच्चीस सालों तक कोई खर्च नही इंजन का मेंटनेंस खर्च मोटर और ट्रांसफार्मर का मेंटनेंस खर्च जीरो मेंटनेंस डीजल लाने के लिये प्रतिदिन सफर ट्रांफॉर्मर जलने पर ऑफिस के चक्कर परिवार के साथ आराम ध्वनि प्रदुषण / वायु प्रदुषण असमय बिजली का आना समय से काम कम बचत कम बचत पूरा – पूरा बचत दुसरो पर निर्भर दुसरो पर निर्भर आत्म निर्भर differences between Solar Chakki and Other Chakki ऐसे बहुत से कारण है जो इस अत्यधिक मुनाफे वाले बिजनेस को घाटे का बिजनेस बनाता जा रहा है । लेकिन इंसान जब – जब प्रॉब्लम से घिरा है , उसका सलूशन भी लेकर आया है । ऐसे में आटा चक्की के बिजनेस को सवार्धिक मुनाफे का बनाने के लिये आ गया है सोलर सिस्टम, जो की बिहार में सोलर चक्की (Solar Chakki in Bihar) के व्यापारियों के लिये वरदान साबित हो रहा है । सोलर चक्की (Solar Chakki) : जी हां सोलर सिस्टम (Solar System) से जब आप अपने चक्की को चलाते है तो उसे सोलर चक्की कहते है, जो एक बार लगता है उसके बाद 25 से अधिक साल तक उसकी उम्र होती है, और सबसे ख़ास बात इसमें प्रतिदिन पिसाई करने वाली लागत जीरो हो जाती है । मतलब ये है कि आप अब अपनी पूरी कमाई का आनंद खुद लेंगे और कही जाने की भी जरूरत नही पड़ेगी । उद्धारण से समझे तो अगर आप चक्की चलाने डीजल / बिजली पर २००००/ महीना खर्च कर रहे है ,तो साल में आप 20000 X 12 = 240000 रूपये खर्च कर देंगे , और पच्चीस सालो में आप 6000000 (साठ लाख रूपये ) बस डीजल या बिजली पर खर्च कर देंगे , जिसमे समय के साठ बढ़ती महंगाई , इंजन / ट्रांफॉर्मर / मोटर का ख़राब होने का पैसा अलग से लगेगा। ऐसे माने तो आप सोलर से आप 60 -70 लाख रूपये तक बचा सकते है। सोलर चक्की (Solar Chakki ) में आपके चक्की को सोलर से चलाया जाता है , जिसमे आपको थ्री फेज के मोटर की जरूरत होती है , जिसका साइज आपके चक्की के साइज के अनुसार होता है। सोलर चक्की में आपको आन्या ग्रीन एनर्जी की तरफ से आपको सोलर पैनल (Solar Panel) , ड्राइव (Drive), अर्थिंग (Earthing), लाइटिंग अरेस्टर (LA) और उसको लगाने के लिए सहयोगी उपकरण मिलते है। सोलर पैनल मुख्यतः दो प्रकार के होते है पॉली सोलर पैनल और मोनो सोलर पैनल। पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल (पॉली सोलर पैनल) सिलिकॉन के कई क्रिस्टल से बने होते हैं। पॉली सोलर पैनल गहरे नीले रंग का दिखता है, प्लाई सोलर पैनल , मोनो सोलर के अपेक्षा कम एफिशिएंसी वाला होता है लेकिन इसकी भी उम्र पच्चीस सालों से अधिक होती है। पाली सोलर पैनल का उपयोग बहुत ही बृहद स्तर पर हुआ है जैसे कि :रेलवे स्टेशन पर , हॉस्पिटल पर , सरकारी ऑफिस पर , सोलर वाटर पंप में , सोलर आटा चक्की में , इंडस्ट्रीज इत्यादि लगभग सभी प्रकार के सिस्टम के रूप में पॉली सोलर पैनल का प्रयोग किया जा चूका है। पॉली सोलर पैनल अलग अलग साइज और एफिशिएंसी के आते है जैसे : मोनो सोलर पैनल (Mono Solar Panels) : मोनोक्रिस्टलाइन पैनल सिलिकॉन के एक क्रिस्टल से बने होते हैं।मोनो सोलर पैनल दिखने में काले रंग के होते है , इनकी एफिशिएंसी पॉली सोलर पैनल के अपेक्षा अधिक होती है , आज के समय में मोनो सोलर पैनल का उपयोग बहुत ही बड़े लेवल पर किया जा रहा है। किसी भी प्रकार के बड़े सिस्टम को लगाने के लिए मोनो सोलर पैनल का प्रयोग किया जा रहा है। मोनो सोलर पैनल अलग अलग साइज और एफिशिएंसी के आते है जैसे : मोनो पर्क हाफकट (Mono Perc Half cut Solar Panels):यह भी मोनो सोलर पैनल होता है , लेकिन इसकी खास बात होती है कि यह एक पैनल में दो पैनल सा काम करता है , जिससे अगर कभी आपके पैनल के किसी भाग पर छाव आता है तो पूरा पैनल डाउन होने के जगह बस आधा पैनल ही डाउन होता है और आधा पैनल अपने फुल एफिशिएंसी से काम करता रहता है। यह सोलर पैनल 540W का आता है। इसको VFD भी कहते है , जो सोलर पैनल से आने वाले डीसी करंट को, ए सी करंट में बदलकर मोटर को देता है। ड्राइव एक तरीके से सोलर सिस्टम का ब्रेन होता है जो आपको सोलर पैनल से उत्पन्न होने वाले करंट से लेकर मोटर द्वारा उसे की जाने वाले करंट की पूरी जानकारी देता है। आन्या ग्रीन एनर्जी कि ड्राइव बेहद मजबूत क्वालिटी की बनी होती है जिसमे डबल डोर लगा हुआ होता है जो ड्राइव के लाइफ को बहुत अधिक बढ़ा देता है। साथ में यह ड्राइव IP55 रेटिंग से सर्टिफाइड होता है जो धूल और पानी से आपके ड्राइव को प्रोटेक्ट करता है। VFD ( Variable Frequency Drive ) की खास बात होती है कि यह फ्रीक्वेंसी के अनुसार अपने आपको मैनेज करता है जो मोटर

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Solar Atta Chakki – Most Profitable Business

सोलर आटा चक्की का रोजगार बहुत ही फायदेमंद रोजगार बन रहा है ! हमारे देश मे चक्की का व्यापार (Business of flour Mill) काफी लंबे समय से लाखों लोगों को रोजगार देता आया है और करोड़ों लोगो के खाद्य सामग्री की आपूर्ति की जिम्मेदारी आटा चक्की पर होती है। लेकिन समय के साथ बढ़ रही डीजल और बिजली की महँगाई ने इस व्यापार को मंदा बना दिया है, जिसके कारण बहुत से लोग अपने चक्की के व्यापार को छोड़ दूसरे रोजगार की तरफ जाने लगे है, लेकिन एक तरफ जहाँ लोग महँगाई से परेशान होकर अपना रोजगार बदलने की सोच रहे थे वही दूसरी तरफ आन्या ग्रीन एनर्जी (Anya Green Energy) इस समस्या का हल ढूढने में लगी थी, और उन्होंने इसका एक बेहद भरोसेमंद टिकाऊ हल निकाला, जिससे अब आटा चक्की का रोजगार करने वाले भाई बंधु फिर से महँगाई के मार से बाहर आकर मुनाफे का रोजगार बना पाएंगे, तो आइये समझते है आटा चक्की के रोजगार से जुड़ी हर एक कड़ी – आटा चक्की रोजगार के क्या फ़ायदे है : हमारे देश मे करोडों लोगो को खुद से गेंहू साफ करके ताजा पिसा हुये आटा की रोटी खाना बहुत पसंद है साथ मे सरसो या अन्य तिलहन वाले अनाज की पेराई कराकर शुद्ध तेल में खाना खाना भी पसंद है, जो चक्की के रोजगार को एक सफल व्यवसाय बनाता है। अगर आज के समय की बात करे तो लोग मुख्यतः चक्की चलाने के लिए डीजल या बिजली का प्रयोग करते है। चक्की का रोजगार उन लोगो के लिये भी सबसे अच्छा होता है जो अपने गांव या घर पर रहकर परिवार के साथ समय बिताना चाहते है, साथ मे अपने खेती बाड़ी का भी देखभाल करना चाहते है। डीजल इंजन से चक्की चलाने में क्या क्या समस्या आ रही है ? समय के साथ डीजल के दामों में काफी उछाल आया है, जिससे डीजल इंजन से पिसाई कर रहे चक्की और तेल मिल के व्यापारी भाइयों का मुनाफा कम होता जा रहा है, और पिसाई एवं पेराई का दाम भी बढ़ाना पड़ता है जिससे आम आदमी के जेब पर भी भारी असर पड़ता है और इसकी वजह से दिन प्रतिदिन ग्राहक भी कम होते जाते हैं। प्रतिदिन डीजल को लेने जाने के लिए समय और भाड़ा भी देना पड़ता है, समय समय पर डीजल की इंजन की सर्विस करवाना और अगर इंजन ख़राब हो गया तो उसको बनवाना और ऐसे में कई दिनों तक व्यापार ठप हो जाना भी एक बहुत बड़ा समस्या है। बिजली से चक्की चलाने में क्या क्या समस्या आ रही है ? अगर बात करे उनकी जो बिजली से चक्की चला रहे, तो उन्हें कमर्शियल बिजली का कनेक्शन लेना पड़ता है जिससे उनका महीने का बिजली का बिल (High Electricity Bill) बहुत अधिक आता है , ऊपर से बिजली की असमय कटौती एक बहुत बड़ा समस्या का कारण बन जाता है. उद्धाहरण से समझे तो सुरेश जी,जो बिजली से अपनी आटा चक्की का काम करते थे , उनके यहां कभी बिजली दिन में तो कभी रात में आती थी जिससे उनको मध्य रात्रि में बिजली आने पर काम करना पड़ता था। समय पर नीद पूरी नहीं होने के कारण उनके साथ उनके परिवार वालो के सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता था , साथ में उनके बच्चे रात के चक्की के होने वाले शोर की वजह से सो नहीं पाते थे जिससे उनको स्कूल में नीद आती थी और पढ़ाई नहीं कर पाते थे। और बिजली की अनियमता के कारण सुरेश जी अपने घर के बाकि कामों पर समय नहीं दे पाते थे जिससे उनकी फसल भी सही से नहीं होती थी और अगर कुछ दिन के लिए बिजली ख़राब हो गई तो उनका व्यापार रुक जाता था. सोलर आटा चक्की क्या है और कैसे है फायदेमंद ?? जब हम अपने नार्मल आटा चक्की को डीजल या बिजली की जगह सोलर से चलाते है तो उसे सोलर आटा चक्की (Solar Aata Chakki) कहते है। आन्या ग्रीन एनर्जी : आन्या ग्रीन एनर्जी जो की सन् 2013 में स्थापित हुई थी और सोलर के क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी है।आन्या ग्रीन एनर्जी ने 2015 में सोनभद्र जिले में पहली सोलर आटा चक्की का सफलतापूर्वक इंस्टॉलेशन किया और उसके बाद अनेकों जगह सोलर द्वारा चलने वाले आटा चक्की का सफलतापूर्वक इंस्टॉलेशन किया जो कि बिना किसी समस्या के अच्छी तरह से काम कर रहे हैं। सोलर आटा चक्की के प्रत्यक्ष फायदे : मान लीजिये कोई व्यापारी बंधु जो आटा चक्की का रोजगार करते है और उनके पास डीजल इंजन है और वह अपने चक्की के व्यापार को डीजल इंजन से चलाते है तो अनुमानन प्रत्येक महीने में 25000 से 30000 हजार रूपये वो डीजल पर खर्च कर देते है और डीजल लाने ले जाने में खर्च और समय तो अलग ही है, वही अगर कोई व्यापारी बंधु है जो अपने व्यापार को बिजली से चलाते है तो 15000 से 2000 हजार रूपये का बिल भर देते है। ये अनुमानित खर्च आज के हिसाब से है लेकिन आने वाले दिनों में डीजल और बिजली के दामों में जितनी वृद्धि आएगी उस हिसाब से उसका खर्च भी बढ़ेगा। अब अगर कोई व्यापारी बंधु अपने चक्की को चलाने के लिए डीजल या बिजली की जगह सोलर सिस्टम लगाते हैं तो वह प्रति महीने होने वाले डीजल या बिजली के खर्च से आजीवन मुक्ति पा सकते हैं। सोलर पैनल कितने टिकाऊ है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की कंपनियां सोलर पैनल पर तो 25 सालो की वारंटी देती है। इसमें मेन्टेन्स के नाम पर बस सफाई करनी होती है जो कोई भी व्यक्ति कर सकता है। साफ़ शब्दों में बोले तो हर महीने होने वाले खर्च से मुक्ति के साथ साथ समय के साथ बढ़ रही महंगाई से भी छुटकारा मिल जायेगा

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Best Solar Panel 540W Mono Perc Half Cut

मोनो पर्क हाफ कट सोलर माड्यूल चलिए हम बात करें उस सोलर पैनल की जो कि आजकल काफी चर्चा में है हर तरफ उसी को लोग पूछे जा रहे हैं जी हां मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल, अभी तक हमने पॉलीक्रिस्टलाइन और मोनोक्रिस्टलाइन पैनल के बारे में देखा सुना और पढ़ा है। आज हम एक और सोलर मॉड्यूल की बात कर रहे हैं जिसे मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल कहते हैं। नई टेक्नोलॉजी के यह पैनल कई एडवांस फीचर के साथ आते हैं और बेहतरीन प्रदर्शन देने वाले साबित हो रहे हैं इनकी एफिशिएंसी 20% से ज्यादा होती है इनकी शुरुआत 2014 में यूरोपियन कंपनी के द्वारा हुई थी, हाफ कट सोलर पैनल में सिलिकॉन सेल तो वही होते हैं जो कि दूसरे मोनो पैनल में होते हैं पर इनकी साइज थोड़ी बड़ी (182 x182 mm) होती है और इसमें लगे सेल्स को बराबर साइज में लेजर द्वारा दो भागों में कट कर दिया जाता है। जैसा कि आप जानते हैं पहले जो पैनल होते थे वह 60 सेल और 72 सेल के बने होते थे लेकिन हाफ कट वाले पैनल 120 सेल से लेकर 144 हाफ कट सेल से बने होते हैं और हाई टेक्नोलॉजी होने की वजह से इनमें बस बार की संख्या 9 से 12 तक होती है जिससे इनकी एफिशिएंसी काफी अच्छी हो जाती है, हाफ कट सोलर पैनल को अगर सही से देखा जाए तो इसमें 2 भाग होते हैं एक भाग में 72 सेल और दूसरी भाग में भी 72 सेल होते हैं जिन को मिलाकर 144 सेल्स होते हैं इसका फायदा यह होता है कि दोनों भाग अलग-अलग काम करते हैं अगर किसी एक भाग पर छाया पड़ रही है तो उसी का जनरेशन कम होगा दूसरा भाग अपनी पूरी क्षमता से काम करता रहेगा जैसा कि आप जानते हैं पुराने पैनलों में अगर किसी भी हिस्से पर छाया पड़ती थी तो पूरे पैनल कि क्षमता कम हो जाती थी , हाई एफिशिएंसी के वजह से मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल उपयोग में लाने से पूरे सोलर प्लांट की जो क्षमता है वह कई गुना तक बढ़ जाती है क्योंकि यह कम जगह में ज्यादा बिजली का उत्पादन करते हैं, और यही कारण है कि हाफ कट सोलर पैनल के डिमांड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल 445 और 540 वाट में उपलब्ध है और अब कंपनियां 650 वाट तक के पैनलों पर काम कर रही हैं जो कि जल्दी ही मार्केट में आ जाएंगे तो इससे आपको कम संख्या में पैनल लगाकर ज्यादा बिजली या उत्पादन मिल जाएगा अगर बात करें कि मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल कि किस तरह के सोलर प्लांट के लिए उपयोगी होंगे तो रेजिडेंशियल प्लांट चाहे वह 1 किलो वाट का हो या फिर 1000 किलो वाट का कमर्शियल सोलर सिस्टम हो। कहीं पर भी मोनो पर्क हाफ कट पैनल को बड़ी आसानी से अलग-अलग संख्या में सीरीज बनाकर उपयोग में लाया जा सकता है। सिस्टम ऑफ ग्रिड हो ऑन ग्रिड हो हर तरह के सिस्टम में बहुत ही उपयोगी है क्योंकि अगर हम कंपेयर करें एंपियर जनरेशन की तो जहां पॉलीक्रिस्टलाइन 335 वाट के सोलर पैनल से हमें लगभग 9 एंपियर का जनरेशन मिलता है वही 445 वाट के मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल से लगभग 11 एंपियर का जनरेशन मिलता है पर अगर बात करें 540 वाट के हाई एफिशिएंसी मोनो पर्क हाफ कट सोलर पैनल की तो इससे हमें लगभग 12.9 एंपियर का जनरेशन मिलता है। जैसा कि आप जानते हैं कि किसी भी सिस्टम को चलाने के लिए वोल्ट के बाद एंपियर ही सबसे महत्वपूर्ण पैरामीटर है जितना अधिक एंपियर उतना ही बढ़िया काम। अगर हम बात करें रखरखाव की तो इसे भी बाकी पैनलों की तरह ही रखरखाव की जरूरत होती है समय समय पर सोलर पैनल पर पड़े धूल मिट्टी को साफ करना होता है (धुलाई करके) जिससे बिजली बनाने में कोई परेशानी ना हो साफ सफाई से सोलर माड्यूल की एफिशिएंसी बरकरार रहती है। चुकी सोलर पैनल सूरज की रोशनी द्वारा ही हमें बिजली उपलब्ध कराते हैं इसलिए पैनल को भली प्रकार से साफ रखना जरूरी होता है जिससे सोलर पैनल में लगे सिलिकॉन सेल्स को उष्मा अवशोषित करने में कोई बाधा ना हो सोलर सिस्टम द्वारा हम जिस भी उपकरण को चलाना चाहते हैं उसके लिए सोलर पैनल का भी रखरखाव करना जरूरी है जितना कि हम दूसरे उपकरणों का करते हैं।

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Importance of Solar System

सोलर सिस्टम लगाना क्यों है जरूरी ? आज के समय बिजली (Electricity) हर एक घर की जरूरत बन चुकी है ,फिर वो घर – गाँव में या शहर में हर घर में बिजली एक अहम् हिस्सा निभाती है। सोचिये अगर बिजली न होती तो क्या होता आप अपना मोबाइल (Mobile) कैसे चार्ज करते , पानी का पंप (Water Pump) कैसे चलाते , रात भर अँधेरे में गुजारना पड़ेगा , साथ में अगर मौसम गर्मी का हो तो दिक्कते और अधिक बढ़ जाती है। Main Concern With Todays Electricity Production आज के समय में इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन में क्या समस्या है- क्या आप जानते है कि एक यूनिट बिजली बनाने में १-४ किलोग्राम तक कोयला (Coal) का खपत होता है (कोयले के क्वालिटी पर निर्भर करता है ), आप खुद अंदाज़ा लगा सकते है कि आपकी एक यूनिट बिजली कितनी महंगी पड़ती होगी, ऐसे में हमारी सरकार पर लोड बढ़ता जा रहा है , और समय के साथ बिजली का बिल भी बढ़ता जा रहा है , ऊपर से साल २०२१ -२२ में बहुत से देशो से ये खबर आ रही थी कि कोयले की कमी से बिजली की संकट गहराती जा रही है , इससे हम अंदाज़ा लगा सकते है की वो दिन अब दूर नहीं जब कोयले की कमी से बिजली कटौती बढ़ने लगेगी , साथ में बिजली बहुत अधिक महंगी हो जाएगी। Solar Energy System सोलर एनर्जी सिस्टम – सोलर एनर्जी सिस्टम बिज्ञान (Science) का एक अद्भुत खोज है , जो सूरज की रोशनी से बिजली बनाता है और साथ में इसकी एक लम्बी उम्र होती है जिसमे पैनल पर आपको पच्चीस सालों की परफॉरमेंस वारंटी मिलती है , ये सिस्टम आपके लोड के अनुसार लगता है , जिसे आप अपने छत पर भी लगवा सकते है जिससे धुप में छत गर्म होने से बचेगा। Benefits Of Solar Energy System सोलर एनर्जी सिस्टम के फ़ायदे : १: सिस्टम की लम्बी उम्र होती है। (Long Life)२: आपके बिजली बिल को 80% तक घटा देगा। (Reduce Your Electricity bill up to 80%)३: बिजली के मामले में आपको आत्मनिर्भर बना देता है। (Self Energy Dependent)४: प्रदुषण रहित होता है। (No Pollution)५: मेंटेनस चार्ज जीरो होता है। (Zero Maintenance Charge) Click here for more detail

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