10hp Solar Atta Chakki Hardoi Utter-Pradesh
संदीप मौर्या जी, हरदोई के रहने वाले एक आटा चक्की व्यापारी है, जो अब अपने आटा चक्की को सोलर से चलाते हैं, हम इस ब्लॉग में संदीप जी के(10 HP Solar Atta Chakki) आटा चक्की व्यापार शुरू करने से लेकर सोलर चुनने और उनके सोलर के अनुभव को आपके साथ साझा करेंगे ।
हरदोई भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है,जो की लखनऊ से सटा हुआ है। यहाँ चावल और गेहूं की खेती होती है।
आटा चक्की व्यापार का सफर :
संदीप जी, आटा चक्की व्यापार करने से पहले खेती,साग सब्जी उगाने के साथ-साथ पशुपालन करके दूध बेचने का व्यापार भी करते थे।
संदीप जी का आटा चक्की व्यापार शुरू करने का सफर कुछ इस तरह शुरू हुआ कि इनके दादा जी, गेहूं की पिसाई के लिए जाते थे, तब आटा चक्की व्यापारी आटा फेरबदल करके खराब आटा दे देता था। साथ ही 2 से 3 दिनों के बाद गेहूँ पीसकर आटा देता था।
इनके गांव में आस पास और कोई आटा चक्की ना होने की वजह से इन्हें वही जाकर गेहूं पीसवाना पड़ता था। मिलावट की वजह से संदीप जी के दादाजी को गुस्सा आया और इनके गुस्से ने एक आटा चक्की व्यापार की शुरुआत कर दी ।
संदीप जी का आटा चक्की का व्यापार लगभग 9 सालों से चलता आ रहा है। यह अपने आटा चक्की को डीजल से चलाते थे क्योंकि इनके यहाँ बिजली की सुविधा नहीं थी। आटा चक्की व्यापार को चलाने के लिए इनके पास दो 18 इंच की चक्की एक 6 बोल्ट की कोल्हू और दो चावल निकालने वाली सेलर भी है ।
डीजल से होने वाली समस्याएँ :
संदीप जी को डीजल से आटा चक्की चलाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इन्हें डीजल लाने के लिए 9 किलोमीटर दूर अपनी मोटरसाइकिल से जाना पड़ता था, जिससे कि इनका पेट्रोल भी जलता था। डीजल से चक्की चलाने की वजह से दिन भर के मेहनत का खर्चा भी नहीं बच पाता था। अगर डीजल से चक्की चलाने के लिए 2000 रुपये का डीजल लाते थे, तो इनको 200 से 300 रुपये की ही बचत हो पाती थी। जोकि इंजन बिगड़ जाने पर उसे बनवाने के लिए उससे कहीं ज्यादा ही लग जाते थे।
डीजल से चक्की चलाने पर धुआँ और शोर तो होता ही था, इसके साथ ही बगल की मकान भी इंजन के वाईब्रेशन से काफी हिलते थे। डीजल की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए संदीप जी ने बिजली का कनेक्शन लेने का विचार किया, इसके लिए बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन के लिए 3 लाख रुपये की मांग के साथ 6 महीने का समय भी माँगा गया।।
जिसके लिए संदीप जी ने 12000 रूपए खर्च भी कर दिए ताकि इनका काम जल्दी हो जाएं। इसी दौरान इन्हें कहीं से सोलर के बारे में पता चलता है। जिससे बाद वे सोलर आटा चक्की के बारे में यूट्यूब पर वीडियो देखते हैं। सोलर एनर्जी सिस्टम के बारे में जानकर संदीप जी ने सोचा कि 3 लाख रूपए देकर बिजली का कनेक्शन लेने से अच्छा है सोलर एनर्जी सिस्टम (10hp Solar Atta Chakki) लगवाना, जिसका एक बार भुगतान कर 25 सालो से अधिक तक मुफ्त में काम कर सकते है, और प्रतिमाह आने वाले बिजली/डीजल के खर्च से भी छुटकारा मिल जाएगा।
आन्या ग्रीन एनर्जी से जुड़ने का सफर :
यूट्यूब पर इन्होंने कई वीडियो देखी लेकिन किसी भी कंपनी की तरफ से पूरी और सटीक जानकारी नहीं मिलता था, किंतु इसी बीच संदीप जी को आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर आटा चक्की की वीडियो दिखी, जिसमें आन्या ग्रीन एनर्जी का नंबर दिया हुआ था। संदीप जी ने आन्या ग्रीन एनर्जी के नंबर पर संपर्क किया, जिसके बाद इन्हे आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर एक्सपर्ट से बात हुई। इसके दौरान साइज के हिसाब से और अच्छे क्वालिटी वाले सिस्टम के बारे में इनको पता चला , जिससे इन्हे सही सिस्टम (10hp Solar Atta Chakki) का चुनाव करने में आसानी हुई।
आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर एक्सपर्ट ने संदीप जी के आटा चक्की सिस्टम के अनुसार सोलर सिस्टम की जानकारी दी। संदीप जी ने अपने सारे नफा-नुकसान को देखते हुए, इन्होने बिजली के कनेक्शन के लिए दिए हुए 12 हजार रूपए को वापस लेकर, सोलर लगवाने का सोचा। किंतु संदीप जी को 12 हजार के जगह बस 4 हजार ही वापस मिल पाया।
संदीप जी ने आन्या ग्रीन एनर्जी के सोलर एक्सपर्ट के जानकारी से संतुष्ट होते हुए अपने सोलर सिस्टम के बुकिंग को कंफर्म करवा दिया।
इंस्टालेशन का सफर :
बुकिंग के बाद इनके यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी के इंजीनियर जाकर इनके जगह और छत पर धूप पड़ने वाली जगह को सही तरह से देखने के बाद पूरी तैयारी के पश्चात इंस्टॉलेशन किया।
संदीप जी के यहाँ आन्या ग्रीन एनर्जी कंपनी का मोनो पर्क हॉफकट 540 वॉट सोलर पैनल के 32 पीस लगे हुए हैं। इसके साथ आन्या ग्रीन एनर्जी के 20 एचपी की डबल-डोर ड्राइव लगी हुई हैं, जो विश्व मानको द्वारा सर्टिफाइड है। पैनल को माउंट करने के लिए जी आई (GALVENISED IRON ) स्ट्रक्चर का उपयोग हुआ हैं जो जंग से स्ट्रक्चर को बचाते हैं। इसके साथ लाइटिंग अरेस्टर और अर्थिंग लगती हैं, जो आकाशीय बिजली को पैनल से बचाकर अर्थ (जमीन) में बिजली को भेज देती है।
सोलर आटा चक्की का अनुभव :
संदीप जी का सोलर आटा चक्की ( 10hp Solar Atta Chakki) अगस्त 2022 में लगा था जो कि बारिश का मौसम था। फिर भी इन्हें इन छह- सात महीनों में सोलर आटा चक्की से काफी मुनाफा हुआ है।
संदीप जी का कहना है कि वह सोलर आटा चक्की से काफी संतुष्ट है। साथ ही सोलर आटा चक्की से लगभग 1 से 1.50 क्विंटल आटा प्रतिघंटे निकालते हैं।
सोलर आटा चक्की (10hp Solar Atta Chakki) लगवाने के बाद यह अपने पिसाई और पेराई का काम दिन-दिन में निपटा लेते हैं, जिससे इनके समय की बचत होती है। जिसका उपयोग यह अपने दूसरे कामो में जैसे कि पशुपालन और खेती के साथ-साथ परिवार को समय देते है। 10HP Solar Atta Chakki लगवाने के बाद खेती पर अच्छा समय दे पा रहे है। अभी इन्होने गेहूँ की खेती की हुई है, जिसकी अच्छी फसल हुई है।
इनके अनुसार 10HP Solar Atta Chakki लगवाने के बाद इनका प्रतिदिन का पंद्रह सौ से दो हजार रुपये बच जाता है और सोलर से चक्की चलाने पर चक्की अच्छे दाब पर पिसाई कर लेती है, जो की डीज़ल से चक्की चलाते समय अधिक दाब देने पर इंजन दबने लगता था।
इनका कहना है कि सोलर लगवाने के बाद इनके पास इतना पिसाई करने के लिए आता है कि वह पीस भी नहीं पाते हैं। और इनके आटा चक्की व्यापार में इनके भाई और दादाजी भी सहयोग करते है। सोलर लगवाने की वजह से इनके काफी कस्टमर भी बढ़ गए हैं। इनके यहाँ लगभग 15 गांव का काम आता है।
संदीप जी का यह भी कहना है कि जितना 10hp Solar Atta Chakki (सोलर आटा चक्की) के बारे में इन्होंने नहीं सोचा था इससे कहीं ज्यादा काम कर रहा है और मुनाफा हो रहा है। संदीप जी के आस पड़ोस के लोग काफी खुश हैं क्योंकि इंजन की वजह से होने वाली परेशानी जैसे की शोर धुँआ आदि, अब नहीं झेलना पड़ता है।
संदीप जी गर्व से कहते है कि सोलर आटा चक्की (10hp Solar Atta Chakki) लगवाकर यह अपने गांव और देश से प्रदूषण कम करने में अहम् योगदान दे रहे है। इनके अनुसार 10HP सोलर आटा चक्की की सबसे ख़ास बात यह है कि सोलर सिस्टम का मेंटेनेंस खर्च भी बिल्कुल जीरो है जिसके लिए यह अपने पैनल की सफाई सप्ताफ में एक बार जरूर करते है। जिससे पैनल साफ़ होने से इनको अच्छी ऊर्जा मिल पाती है और इनका सिस्टम अच्छे से काम करता है।
यह सभी जानकारियाँ सोलर आटा चक्की (10hp Solar Atta Chakki) व्यापारी संदीप मौर्या जी के द्वारा आन्या ग्रीन एनर्जी को मार्च 2023 में प्रदान की गई है, जिसके अनुसार संदीप जी का सोलर आटा चक्की ( 10hp Solar Atta Chakki) का अनुभव अगस्त 2022 से मार्च 2023 (लगभग सात महीने) तक का बेहद शानदार रहा है। आन्या ग्रीन एनर्जी उम्मीद करती है कि आने वाले सालो में भी इनका सिस्टम और अनुभव शानदार ही रहेगा।
हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही अगर आप एक आटा चक्की व्यापारी है और सोलर से अपने आटा चक्की व्यापार को चलाना चाहते है तो निचे दिए गए नंबर पर संपर्क करें :
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